– प्रभात संवाद कार्यक्रम – नारायणपुर प्रखंड के मुरलीपहाड़ी में प्रभात संवाद का किया गया आयोजन – मुरलीपहाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है स्वास्थ्य सुविधा का लाभ फोटो – 09 संवाद कार्यक्रम में शामिल ग्रामीण, 10 बंद पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, (लोगों की प्रतिक्रिया की फोटो मेल पर है) प्रतिनिधि मुरलीपहाड़ी नारायणपुर प्रखंड के मुरलीपहाड़ी में रविवार को प्रभात संवाद का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर अपनी बात रखी. ग्रामीणों ने बताया कि मुरलीपहाड़ी में 2.12 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ था. यह भवन स्थानीय विधायक डॉ. इरफान अंसारी के प्रयास से बना, लेकिन इसके निर्माण को पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक यहां स्वास्थ्य सुविधा बहाल नहीं हो सकी है. लोगों को उम्मीद थी कि यहां से पांच-छह पंचायतों को इलाज की सुविधा मिलेगी और गिरिडीह, धनबाद, मधुपुर या जामताड़ा जैसे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा. छोटी बीमारियों के लिए प्राइवेट क्लीनिक की मजबूरी खत्म होगी, लेकिन यह उद्देश्य आज तक पूरा नहीं हुआ. ग्रामीणों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व सरकार ने चिकित्सक, दो एएनएम, लैब टेक्नीशियन, गार्ड, सफाईकर्मी व हेल्थ वर्कर की तैनाती की थी, लेकिन यह सब कागजों तक ही सीमित है. यहां पदस्थापित चिकित्सक डॉ. विवेक मंडल वर्तमान में सदर अस्पताल, जामताड़ा में सेवा दे रहे हैं. एएनएम केवल सप्ताह में दो दिन टीकाकरण के लिए क्षेत्र में आती हैं. बाकी कर्मचारी कभी-कभार ही अस्पताल में दिखते हैं. ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि क्या इस स्वास्थ्य केंद्र को केवल टीकाकरण के लिए ही बनाया गया था? जब यह भवन नहीं था तब भी क्षेत्र में टीकाकरण होता था. ऐसे में करोड़ों रुपये खर्च करने का उद्देश्य अधूरा रह गया है. शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी नाराजगी जाहिर की गई. ग्रामीणों ने बताया कि मुरलीपहाड़ी का उत्क्रमित उच्च विद्यालय भवन और शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. उन्होंने सरकार से मांग की कि मुरलीपहाड़ी क्षेत्र की स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को शीघ्र दुरुस्त किया जाए. …………………… क्या कहते हैं ग्रामीण – – मुरलीपहाड़ी में स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन बना, लेकिन इससे यहां के लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है. सरकार ने जो चिकित्सक यहां भेजा, उसे भी वापस जामताड़ा सदर अस्पातल बुला लिया. क्या क्षेत्र के लोग छोटे- छोटे इलाज कराने सदर अस्पताल जायेंगें. – मुख्तार अंसारी – जिले के मुरलीपहाड़ी अंतिम छोर में है. इसलिए यहां स्वास्थ्य सुविधा बहाल की जरूरत है. मुरलीपहाड़ी में पहले सप्ताह में दो दिन चिकित्सक बैठते थे. लेकिन वर्तमान में सिर्फ एएनएम ही है, जो टीकाकरण में व्यस्त रहती हैं. हल्की तबीयत खराब रहने के बाद भी दवा नसीब नहीं हो पाता है. – मोहम्मद मोबिन – नारायणपुर प्रखंड के मुरलीपहाड़ी में सरकार ने उत्क्रमित उच्च विद्यालय बना दिया है. लेेकिन विद्यालय में जिस अनुपात में बच्चे हैं, उस अनुपात न कमरा है और न ही शिक्षक है. जो गंभीर विषय है. लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. – मो. कमरूद्दीन – इस क्षेत्र में सड़क की समस्या है. प्रखंड के आशाडीह से बगतरपा जाने वाली सड़क को एजेंसी निर्माण कार्य को आधा अधूरा छोड़ दिया है. जिस कारण गर्मी के दिनों में धूल ही धूल उड़ता है. इससे राहगीरों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. संबंधित एजेंसी जल्द सड़क निर्माण कार्य को पूरा करें – शाहिद मियां – क्षेत्र में पानी की समस्या है, गर्मी के दिनों में सभी तालाब सूख जा रहा है. पानी को लेकर गांवों में विशेष योजना लाने की जरूरत है. चापाकल भी जबाब दे रहा है. नल जल योजना भी अब तक गांव तक नहीं पहुंचा है. ग्रामीणों को सरकार से उम्मीद रहती है कि जनता की हर सुविधाओं को पूरा करेगा. – अकमल हुसैन – मुरलीहाड़ी में स्वास्थ्य, शिक्षा के अनुपात में सुविधा नहीं है. उत्क्रमित उच्च विद्यालय मुरलीपहाड़ी में भवन के आभाव में देर से स्कूल जाने वाले बच्चे को जगह नहीं मिल पता है, तो वैसे बच्चे को स्कूल से वापस आना पड़ता है. सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. – अब्दुल वकील – दो साल पूर्व उउवि मुरलीपहाड़ी में भवन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में राज्यपाल के नाम पर 10 डिसमिल जमीन दान किया गया. लेकिन अब तक स्कूल में कमरा के लिए कोई कार्यवाही आगे नहीं बढ़ा. जिसकी जानकारी तत्कालीन उपायुक्त को भी है. – मो. मुस्तफा अंसारी
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