मिहिजाम. जनजातीय संध्या डिग्री महाविद्यालय मिहिजाम में अर्थशास्त्र विभाग की ओर से संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता इग्नू अध्ययन केंद्र की कोऑर्डिनेटर डॉ पूनम कुमारी ने कहा कि नवीन प्रौद्योगिकी ने आर्थिक विकास में सहयोग के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की चुनौतियां भी खड़ी की है. संगोष्ठी आर्थिक विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर आयोजित हुई थी. कहा कि आज टैक्नोलॉजी डिजिटल इंडिया को बढ़ाने में मदद कर रहा है. यह डिजिटल पेमेंट, बढ़ी हुई उत्पादकता, नवाचार, भौगोलिक अंतराल को पाटती है. प्रौद्योगिकी रोजगार सजृन, कौशल विकास तथा सभी क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. उन्होंने प्रौद्योगिकी से नुकसान पर चर्चा कर कहा कि टेक्नाेलॉजी से देश विकसित हो रहा है, लेकिन इससे कई चुनौतियां भी खड़ी हो रही है. इन चुनौतियों में साइबर अपराध, रोजगार विस्थापन, डिजिटल विभाजन जैसी समस्या उत्पन्न हुई है, लेकिन भविष्य में एआई, ब्लॉक चेन आदि उभरती हुई तकनीक से हमारे देश का आर्थिक विकास और आगे बढ़ेगा. इस अवसर पर संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज प्राचार्य प्रो कृष्ण मोहन साह ने कहा कि टेक्नाेलॉजी के कारण समय समय पर देश और मनुष्य के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता रहता है. अर्थशास्त्र ही एकमात्र ऐसा विभाग है, जिसमें विज्ञान, मानविकी एवं वाणिज्य जैसे विषयों का समावेश है. मंच संचालन अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष देवकी पंजियारा तथा धन्यवाद ज्ञापन नैक कोऑर्डिनेटर डॉ राकेश रंजन ने किया. मौके पर आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ सोमेन सरकार, परीक्षा नियंत्रक रंजीत यादव, बीपी गुप्ता, अरविंद सिन्हा, शंभू सिंह, शबनम खातून, संजय सिंह, पूनम कुमारी, बास्कीनाथ प्रसाद, पुष्पा टोप्पो व छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
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