मिहिजाम. सीमावर्ती पश्चिम बंगाल के रूपनारायणपुर थाना क्षेत्र के डोमदहा में अज्ञात अपराधियों ने बुधवार रात को मिहिजाम निवासी सीआईएसएफ के जवान सुनील कुमार पासवान की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इसके बाद बंगाल पुलिस शव को कब्जे में लेकर बुधवार रात को ही आसनसोल जिला अस्पताल ले गयी. गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को मिहिजाम स्थित बढ़ईपाड़ा लाया गया, तो पूरे इलाके में शोक व आक्रोश की लहर दौड़ गयी. मृतक की पत्नी, दोनों बेटे व परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. जवान की पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थी. इसे देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गयी. उनके अंतिम दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग उनके आवास पर पहुंचे थे. जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. गुरुवार शाम को चित्तरंजन रेलनगरी के बर्निंग घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. जिला पुलिस बल के जवानों व सीआईएसएफ द्वारा पारंपरिक सम्मान के साथ शहीद जवान को अंतिम सलामी दी गयी. सीआईएसएफ के जवानों ने अनुशासन के अनुसार हवाई फायरिंग कर शहीद को अंतिम सलामी दी. भारत माता की जय व वीर जवान अमर रहे जैसे नारों से वातावरण गुंजायमान हो रहा था. शहीद जवान को उनके बड़े पुत्र ने मुखाग्नि दी. मुखाग्नि के मौके पर लोगों की आंख नम हो गयी. इस घटना पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व लोगों ने पुलिस प्रशासन से इस घटना की तीव्र और निष्पक्ष जांच की मांग की. शहीद के परिजनों को सुरक्षा, स्थायी रोजगार और सरकारी सहायता की मांग भी उठी. लोगों का कहना है कि यदि जवान भी सुरक्षित नहीं तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी. अंतिम संस्कार के अवसर पर शामिल हुए सीआईएसएफ के अधिकारियों ने इस हत्या को राष्ट्रीय अपमान बताते हुए सुनील कुमार पासवान को सरकारी शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग केंद्र सरकार से की है. बताया जा रहा है कि सीआईएसएफ जवान बोकारो में पदस्थापित थे.
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