प्रतिनिधि, जामताड़ा. झारखंड आंदोलन के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन से पूरा राज्य गमगीन है. बुधवार को जामताड़ा के पूर्व विधायक स्व. विष्णु भैया की धर्मपत्नी सह झामुमो नेत्री चमेली देवी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा पहुंची और परिजनों से भेंट कर सांत्वना दी. उन्होंने कहा कि गुरुजी पूर्व विधायक स्व विष्णु भैया को अपने पुत्र के समान मानते थे. राजनीति के हर मोड़ पर उनका स्नेह और मार्गदर्शन हमें मिला. जामताड़ा से पहली बार विधायक बनने के बाद जब राज्य में संवैधानिक संकट आया तब भाजपा से विधायक होने के बावजूद विष्णु भैया ने जामताड़ा की सीट गुरुजी के लिए छोड़ी और भारी मतों से जीत भी दर्ज की. इसके उपरांत विष्णु भैया पुनः झामुमो से जामताड़ा के विधायक बने, जो गुरुजी के आशीर्वाद और नेतृत्व का ही परिणाम था. चमेली देवी ने याद किया कि कैसे गुरुजी ने विषम परिस्थितियों में भी झारखंड की अस्मिता, अधिकार और पहचान के लिए संघर्ष जारी रखा. गुरुजी सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि लाखों-करोड़ों दिलों के धड़कन थे, उनका जाना हमारे लिए पिता का साया खो जाने जैसा है.
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