जामताड़ा. स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ प्लस के लिए किये जा रहे कार्य फंड के अभाव में ठप हो गया है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में जामताड़ा जिले में ओडीएफ प्लस के तहत 12904 शौचालय का निर्माण होना था, लेकिन एक वर्ष में मात्र 704 शौचालय ही बन सका. मार्च 2024 से राशि जिला को प्राप्त नहीं हुई है, जिस कारण इन योजनाओं का काम अधूरा है. वहीं दूसरी ओर से वित्तीय वर्ष 2024-25 में घर का कचरा समुदाय स्तर पर फेंकने व ठोस कचड़ा प्रबंधन के लिए विभाग की ओर से सोक पीट में कचड़ा पानी को डिस्पोज करना है. इसके अलावा नाडेप, कंपोस्ट पीट, वर्मी कंपोस्ट, चापाकल सोक पीट, सामुदायिक सोक आदि बनाना है, लेकिन यह कार्य भी जिले में फंड के अभाव में एक वर्ष से अधर में लटका है. जानकारी के अनुसार जिले के सभी 6 प्रखंडों में कम्पोस्ट पीट बनाने का लक्ष्य 765 है, लेकिन मात्र 399 बन सका. इसी प्रकार नाडेप बनाने का लक्ष्य 1802 है, जिसमें 1500 बना है. वर्मी कम्पोस्ट का लक्ष्य 1318 में 938 बना है. चापाकल सोक पीट का लक्ष्य 827 में 555 बना है. बाकी योजना फंड के अभाव कार्य पूरा नहीं हो सका है. जबकि विभाग को पिछले मार्च में फंड मिला था, जो एक वर्ष बीत चुके हैं. विभाग को अंदेशा है कि इसी माह में जिला को फंड मिलेगा, ताकि इन सभी पुराने योजनाओं का कार्य पूर्ण कर सकें. क्या कहते हैं ईई जिले में शौचालय निर्माण सहित अन्य कार्य फंड के अभाव में रुका हुआ है. उम्मीद है कि मार्च में ही राज्य से जिला को फंड मिलेगा, ताकि सभी पुरानी स्वीकृत योजनाओं का काम पूर्ण कर सकें. – राहुल प्रियदर्शी, ईई, पीएचइडी, जामताड़ा
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