जामताड़ा : शहर जल्द ही मॉडल शहर के रूप में साफ-सुथरा और हरा-भरा दिखेगा. क्लीन-ग्रीन जामताड़ा के लिए कुल 74 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. नगर पंचायत जामताड़ा की माने तो क्लीन व ग्रीन जामताड़ा योजना को राज्य सरकार से मंजूरी मिल गयी है. नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल का कहना है कि झारखंड सरकार की शहरी विकास विभाग की इकाई जुडिको (झारखंड अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी) के माध्यम से काम किया जाना है.
ठोस कचरा प्रबंधन के माध्यम से शहर भर के कचरा व उसके अवशिष्ट को लेकर कचरा प्रबंधन किया जायेगा. नगर पंचायत की गाड़ियां उन कचरा कलेक्शन के लिए डोर-टू-डोर जायेगी. कचरा कलेक्शन की ये गाड़ियां सुबह में निर्धारित समयावधि में जायेंगी जो सायरन युक्त होंगी. मुहल्ले में घुसते ही लोग समझ जायेंगे कि कचरा कलेक्शन की गाड़ी आ गयी है. लोग अपने-अपने घरों के कचरा वाहन के कंटेनर में डाल देंगे.
तीन तरह के कचरा का होगा कलेक्शन
योजना के तहत शहर भर में तीन तरह के कचरा अवशिष्ट का कलेक्शन कर कचरा प्रबंधन किया जायेगा. इसके तहत हरी सब्जी व अन्य तरह के कचरा, दूसरा- टीना, लोहा या अन्य तरह के मेटल कचरा तथा तीसरा – प्लास्टिक या पार्टियों में उपयोग होने वाली प्लास्टिक थाली ये सभी कचरों का अलग-अलग कलेक्शन किया जायेगा, जिसे ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट में लाया जायेगा.
नगर पंचायत के प्रस्ताव को मिली सरकार की हरी झंडी
डोर- टू-डोर करेगा कचरा कलेक्शन
नगर पंचायत को जुडको से मिलेगी राशि
उदलबनी मौजा में बनेगा कचरा प्रबंधन प्लांट
ठोस कचरा प्रबंधन के लिए उदलबनी मौजा में प्लांट लगेगा. नपं अध्यक्ष का कहना है कि प्लांट निर्माण के लिए जमीन चिह्नित कर ली गयी है. लगभग सात एकड़ जमीन में ठोस कचरा प्रबंधन का प्लांट बनेगा. इसमें तीनों तरह के कचरों का अलग-अलग रिसायक्लिंग कर ठोस रूप में विभिन्न चीजें बनायी जायेंगी. हरी सब्जी के अवशिष्ट से जैविक खाद तैयार किये जायेंगे. टीन व लौह जैसे कचरा अवशिष्ट को नीलामी की जायेगी. वहीं प्लास्टिक युक्त कचरा को रिसायक्लिंग कर विभिन्न चीजें तैयार कर बेची जायेगी.