Jamshedpur News :
टाटानगर स्टेशन हाई सिक्योरिटी सुविधाओं से लैस होगा. स्टेशन पर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित सीसीटीवी कैमरे के साथ अन्य अत्याधुनिक उपकरण लगाये जाएंगे, ताकि परिंदा भी पर ना मार सके. स्टेशन पर अपराधियों के पहुंचते ही कंट्रोल मैसेज पहुंचेगा. पुलिस जवान मौक पर आयेंगे और अपराधी को गिरफ्तार कर लेंगे. टाटानगर रेलवे स्टेशन पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) वाला फेस रिकग्निशन कैमरे लगाने का प्रस्ताव है. आरपीएफ से इसकी जानकारी ली गयी है कि कहा-कहा संवेदनशील एरिया है, जहां से लोगों की इंट्री हो रही है. इसको लेकर सारी जानकारी मांगी गयी है. यह प्रयास महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर लगाम लगाने में मदद करेगा. राष्ट्रीय यौन अपराधी डेटाबेस (एनडीएसओ) में 20.28 लाख से अधिक अपराधियों का डेटा दर्ज है, जिसमें उनके नाम, पते, तस्वीरें और उंगलियों के निशान शामिल हैं. रेलवे पुलिस इसकी भी मदद लेगा, जिसके जरिये ऐसे अपराधियों का पहले से ही पहचान फीड रहेगा और वह कहीं स्टेशन के आसपास के एरिया में दिखेगा या कैमरे में दिखेगा, वैसे ही आरपीएफ और जीआरपी को सूचना मिल जायेगी.एआई आधारित फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर के जरिये किसी भी थाने, जीआरपी, आरपीएफ या कंट्रोल रूम से संदिग्ध या अपराधी की तस्वीर अपलोड की जा सकेगी. यह तस्वीर 4के यूएचडी कैमरों में पहुंचेगी और अगर कोई संदिग्ध कैमरे के सामने से गुजरता है, तो सॉफ्टवेयर तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करेगा. यह तकनीक घर से भागने वाले बच्चों को ढूंढने में भी मदद करेगी, क्योंकि ज्यादातर बच्चे ट्रेनों के जरिये बड़े शहरों की ओर जाते हैं. आरपीएफ के कमांडेंट पीएस कुट्टी ने बताया कि टाटानगर को हाई सिक्योरिटी स्टेशन के रूप में जाना जाता है. यहीं वजह है कि पूरे एरिया में अत्याधुनिक सीसीटीवी लगाये जा रहे हैं, ताकि अपराधियों पर नकेल कसा जा सके.
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