10.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Jamshedpur News : सरायकेला के पोस्टल इंस्पेक्टर और हजारीबाग के डाक क्लर्क 20 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

Jamshedpur News : सीबीआई ने गुरुवार को सरायकेला के पोस्टल इंस्पेक्टर दीवाकर कुमार दीपक को 20 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.

मध्यप्रदेश के विश्वजीत सिंह सिकरवार से ज्वाइनिंग के एवज में मांगे थे 20000 रुपये

हजारीबाग डाक विभाग में पदस्थापित क्लर्क रंजन कुमार दास कर रहे थे लाइजनिंग

Jamshedpur News :

सीबीआई ने गुरुवार को सरायकेला के पोस्टल इंस्पेक्टर दीवाकर कुमार दीपक को 20 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. जबकि हजारीबाग में पदस्थापित डाक विभाग के क्लर्क को हिरासत में लिया है. उसको सीबीआई पकड़कर रांची ले गयी. सीबीआई पकड़े गये लोगों से पूछताछ कर रही है. हालांकि, सीबीआई की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि सरायकेला-खरसावां जिले के सरायकेला सब डिवीजन के पोस्टल असिस्टेंट को 20 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने बताया कि ग्रामीण डाक सेवक को ज्वाइन कराने के एवज में आरोपी ने 20 हजार रुपये घूस मांगे थे, जिसकी शिकायत दर्ज की गयी थी, जिसके आधार पर जाल बिछाकर उसको गिरफ्तार किया गया. बताया जाता है कि यह गिरफ्तारी 12 नवंबर की रात करीब 10 बजे ही हुई. सरायकेला के पोस्टल इंस्पेक्टर दीवाकर कुमार दीपक को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया, जबकि लाइजनिंग का काम करने आये हजारीबाग डाक विभाग में पदस्थापित क्लर्क रंजन कुमार दास को भी हिरासत में ले लिया गया. बाद में इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया.

सहायक शाखा डाकपाल के पद पर चयनिय एमपी के विश्वजीत से मांगी गयी थी घूस

बताया जाता है कि मध्यप्रदेश के रहने वाले विश्वजीत सिंह सिकरवार का चयन ग्रामीण डाकसेवक के तौर पर हुई थी और उनकी ज्वाइनिंग सीनी के कमलपुर शाखा डाकघर में बतौर सहायक शाखा डाकपाल के पद पर होना था. नियम के मुताबिक, इंस्पेक्टर के माध्यम से ही उनकी ज्वाइनिंग होनी है. चयनित होने के बाद विश्वजीत सिंह सिकरवार ज्वाइनिंग करने आये, तो उनको ज्वाइन करने नहीं दिया गया. इसके बाद उनसे लाइजनिंग कराने के लिए हजारीबाग में पदस्थापित पोस्टल क्लर्क रंजन कुमार दास ने विश्वजीत सिंह सिकरवार से बातचीत की. इस बातचीत के बाद तय हुआ कि 20 हजार रुपये घूस देंगे तो उनकी ज्वाइनिंग हो जायेगी. लेकिन विश्वजीत सिंह सिकरवार ने इसकी सूचना सीबीआइ को दे दी. सीबीआइ ने इसको लेकर अपनी प्रक्रिया पूरी की और 20 हजार रुपये की रकम देने को कहा. जैसे ही उक्त रकम को पोस्टल इंस्पेक्टर दीवाकर कुमार दीपक ने पकड़ा, वैसे ही सीबीआइ ने उसको धर दबोचा. उनके साथ मौजूद हजारीबाग डाक विभाग में पदस्थापित क्लर्क रंजन कुमार दास को भी पकड़ लिया गया और फिर साथ लेकर गयी. इसकी सूचना देर रात को सीबीआइ ने कोल्हान (सिंहभूम) के वरिष्ठ डाक अधीक्षक को भी दी. बताया जाता है कि दीवाकर कुमार दीपक मई में ही सरायकेला में बतौर इंस्पेक्टर पदस्थापित हुए थे. उससे पहले वे चांडिल में पदस्थापित थे. तय नियम के मुताबिक, ब्रांच पोस्टमास्टर की ज्वाइनिंग ब्रांच पोस्ट मास्टर के स्तर पर होती है, जबकि असिस्टेंट पोस्ट मास्टर की ज्वाइनिंग इंस्पेक्टर कराते हैं. उसी के नाम पर घूस लिये जा रहे थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel