Jamshedpur News :
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने पिछले दिनों एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने पाया था कि 30 बेड के इमरजेंसी वार्ड में लगभग 20 मरीज ऐसे थे, जिनका इलाज टेबल व स्ट्रेचर पर लिटाकर किया जा रहा था. इसको देखते हुए उपायुक्त ने अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिया कि इमरजेंसी वार्ड में इलाज करा रहे मरीजों में जो थोड़ा ठीक है, उसको जल्द से जल्द वार्ड में भेजें, इसके साथ ही अन्य मरीजों को इमरजेंसी में ही कहीं अतिरिक्त जगह चिह्नित करें, ताकि वहां बेड लगाकर उनका इलाज किया जा सके. ज्ञात हो कि साकची स्थित पुराने एमजीएम अस्पताल में पहले 35 बेड का इमरजेंसी वार्ड था. बाद में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण उसको बढ़ाकर 50 बेड कर दिया गया था. इमरजेंसी में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल के इमरजेंसी में प्रतिदिन 30 से 35 मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं, जिसमें 15 से 20 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाता है. जिनकी स्थिति ठीक रहती है, उन्हें दवा लिखकर घर भेज दिया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

