बालीगुमा और गोड़गोड़ा ग्रामसभा का फैसला, प्रशासन से जबरन कार्य नहीं करने की अपील
Jamshedpur News :
एमजीएम थाना अंतर्गत बालीगुमा के गोड़गोड़ा स्थित बिदु चांदान जाहेर गाढ़ और श्मशान भूमि में अब बाहरी लोगों का बिना अनुमति प्रवेश वर्जित रहेगा. मंगलवार को बालीगुमा और गोड़गोड़ा ग्रामसभा ने पारंपरिक रीति-रिवाज से धार्मिक स्थल का शुद्धिकरण किया. महिला-पुरुष उपवास कर पारंपरिक वेशभूषा में इकट्ठा हुए और इष्ट देवता को नमन कर प्रार्थना की. ग्रामसभा ने चेतावनी दी कि प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी. ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि ग्रामसभा की अनुमति के बिना ही मानगो नगर निगम कार्यालय और अंचल कार्यालय के लिए स्थल का सीमांकन कर धार्मिक स्थल को अपवित्र कर दिया. इसका विरोध करते हुए सोमवार को ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया था. ग्रामीणों ने कहा कि आदिवासी परंपरा, संस्कृति और धार्मिक भावनाओं को आघात नहीं पहुंचाया जाये. ग्रामसभा को सशक्त करने का दावा करने वाली सरकार की ओर से प्रशासन द्वारा समाज के रीति-रिवाजों की अनदेखी पर चिंता व्यक्त की गयी.ये लोग रहे उपस्थित
धनीराम मार्डी, हाड़ीराम सोरेन, मदन मोहन सोरेन, माझी बाबा रमेश मुर्मू, सोमाय सोरेन, सनातन टुडू, मोहन हांसदा, पप्पू सोरेन, लुगु हांसदा, भगीरथ सोरेन, बलराम सोरेन, पृथ्वी सोरेन, भारत धोरा, सोनाराम टुडू, इंद्र हेंब्रम, पूजा किस्कू, पानो मार्डी, मेनका सोरेन, बसंती सोरेन, किरण टुडू, सरला टुडू, पूर्णिमा टुडू, सुनीता सोरेन, आभा सोरेन, माही टुडू, सबिता हांसदा और शोभा सोरेन आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

