सीसीटीवी में पुलिस की हर गतिविधि को देख गोली चला रहा था अनुज
दो-तीन बार सरेंडर का पुलिस ने दिया ऑफर, नहीं मानने पर हो गया ढेर
Jamshedpur News :
यूपी एसटीएफ, झारखंड एटीएस और जमशेदपुर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में यूपी का शातिर अपराधी और मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर अनुज कनौजिया शनिवार देर रात छोटा गोविंदपुर में ढेर हो गया. झारखंड एटीएस के डीएसपी डॉ. प्रमोद कुमार ने प्रभात खबर से बातचीत के दौरान बताया कि यूपी पुलिस को अनुज के लोकेशन के बारे में जानकारी मिली थी. उसके आधार पर यूपी एसटीएफ के वरीय अधिकारी ने झारखंड पुलिस के वरीय अधिकारी से बात की. उसके बाद यूपी एसटीएफ के साथ झारखंड एटीएस को जोड़ा गया. जिसके बाद संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया. डीएसपी प्रमोद ने बताया कि अनुज को जैसे ही पुलिस के आने की भनक लगी वह चौकन्ना हो गया. पुलिस ने उसे सरेंडर करने को कहा, मगर उसने एक बात नहीं सुनी और दोनों हाथ से एक साथ पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी. करीब 10 मिनट तक वह लगातार पुलिस पर फायरिंग करता रहा. इस दौरान उसने पुलिस पर बम से भी दो बार हमला किया. लेकिन किसी कारण बम बलास्ट नहीं हुआ. अगर बम फट जाता, तो पुलिसकर्मी जख्मी हो सकते थे. या फिर धुआं होने के बाद वह मौके से फरार हो सकता था. पुलिस ने उसे दो-तीन बार सरेंडर का ऑफर दिया, मगर वह नहीं माना और पुलिस पर फायरिंग करता रहा. इसके बाद एसटीएफ और एटीएस की टीम ने जवाबी कार्रवाई शुरू की. टीम के कमांडो चाहरदीवारी फांद कर परिसर में घुसे और जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया. पुलिस ने मौके से राहुल सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया है. डॉ प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस शार्प शूटर अनुज कनौजिया की काफी दिनों से तलाश कर रही थी.सटीक जानकारी और लोकेशन मिलने के बाद यूपी एसटीएफ ने की कार्रवाई
एटीएस डीएसपी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि यूपी एसटीएफ को अनुज का लोकेशन लगातार जमशेदपुर में मिल रहा था. इसके बाद टीम ने जानकारी जुटानी शुरू की. सटीक जानकारी और मोबाइल टावर का परफेक्ट लोकेशन मिलने के बाद यूपी एसटीएफ के वरीय अधिकारियों ने योजना बनायी. लोकेशन के आधार पर यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस की टीम छोटागोविंदपुर के अमलतास सिटी के भूमिहार मेंशन को चारों ओर से घेर लिया. अनुज को जिंदा पकड़ना था, इसलिए यूपी एसटीएफ और एटीएस की टीम अनुज के द्वारा लगातार फायरिंग करने के बाद भी उसे सरेंडर का ऑफर देती रही. दो-तीन बार उसे सरेंडर करने को कहा गया, मगर वह नहीं माना, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया.सीसीटीवी कैमरा में देख कर अनुज कर रहा था फायरिंग
एटीएस डीएसपी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि भूमिहार मेंशन के चारों ओर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था. अनुज सीसीटीवी में पुलिस की गतिविधियों को देख फायरिंग कर रहा था. टीम जिस तरफ से अंदर घुसने का प्रयास कर रही थी अनुज उसी तरफ फायरिंग शुरू कर दे रहा था. जब पुलिस की नजर सीसीटीवी पर पड़ी तो सभी सीसीटीवी कैमरा को ताेड़ा, इसके बाद यूपी एसटीएफ और एटीएस की टीम चहारदीवारी के अंदर कूदे और जवाबी फायरिंग शुरू की. इस दौरान दोनों ओर से करीब 45 मिनट तक ताबड़तोड़ फायरिंग होती रही.बड़ी घटना को अंजाम देने वाला था अनुज
डीएसपी पीके सिंह ने बताया कि एनकाउंटर के बाद पुलिस ने उसके कमरे की छानबीन शुरू की. इस दौरान मौके से पुलिस और सेना के प्रयोग में लाये जाने वाला पिस्टल मिला. इसके अलावे मौके से दो जिंदा बम और काफी संख्या में जिंदा गोलियां भी मिली. जो इस बात को दर्शाता है कि अनुज किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना कर गोविंदपुर में रह रहा था. डीएसपी ने बताया कि अनुज कनौजिया के नाम से मऊ और गाजीपुर के इलाकों में दहशत था. उसके खिलाफ कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं होता था. अनुज ने यूपी से झारखंड तक अपराधों का जाल बुनना शुरू कर दिया था. अनुज के ढेर होने से यूपी पुलिस को राहत मिली.यूपी एसटीएफ के डीएसपी डीके साही ने बचायी जान मेरी जान : प्रमोद कुमार सिंह
प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि अनुज कनौजिया कोई साधारण अपराधी नहीं था. वह पूर्व में भी चार पुलिसकर्मी की हत्या कर चुका था. इस कारण से उसे पुलिस का भय नहीं था. उन्होंने बताया कि फायरिंग के दौरान गोली उन्हें लगने वाली थी, लेकिन एसटीएफ डीएसपी डीके साही ने उन्हें धक्का दे दिया, जिससे उनकी जान बच गयी, मगर गोली डीके साही के बांह में लग गयी. डीके साही को गोली लगने के बाद टीम ने कार्रवाई तेज की. इस दौरान एसटीएफ और एटीएस की ओर से 70 से 75 राउंड फायरिंग की गयी. अनुज भी लगातार फायरिंग कर रहा था. मगर जवाबी कार्रवाई में अनुज ढेर हो गया. वहीं गोली लगने के बाद डीके साही को फौरन टीएमएच ले जाया गया, वह फिलहाल खतरे से बाहर हैं.अनुज के गोविंदपुर में रहने की नहीं थी जानकारी : शोभा देवी
अनुज कनौजिया की बहन शोभा देवी ने पोस्टमॉर्टम हाउस में बातचीत के दौरान बताया कि वह परसुडीह के बारीगोड़ा में रहती है. अनुज और उसकी पत्नी रीना से उसकी कोई बातचीत नहीं थी. वर्ष 2023 से ही उन दोनों से उसकी बातचीत बंद थी. वह गोविंदपुर में कब से रह रहा था, कोई जानकारी नहीं थी. रविवार की सुबह उसे अनुज की मौत की जानकारी पेपर और टीवी के माध्यम से मिली. फिर थोड़ी देर के बाद ही अनुज की पत्नी ने उसे फोन किया. पहले तो फोन उठाने का मन नहीं किया. लेकिन बार-बार कॉल आने पर उसने फोन रिसीव किया. उसके बाद उसने भी अनुज की मौत के बारे में जानकारी दी. साथ ही पोस्टमॉर्टम हाउस जाने की बात कही. शोभा ने बताया कि अनुज की पत्नी के कहने पर ही वह उसके शव को लेने के लिए आयी है. शोभा ने बताया कि वे लोग दो भाई और एक बहन है. अनुज भाई-बहन में सबसे छोटा था. उसके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा 10 साल का है और छोटा बेटा दो साल का है. दोनों बच्चे गांव में अपनी मां के साथ रहते हैं.सात वर्ष पूर्व बारीगोड़ा में रहता था अनुज
अनुज की बहन ने बताया कि करीब सात वर्ष पूर्व अनुज अपने परिवार के साथ बारीगोड़ा में रहने के लिए आया था. वह कुछ वर्ष बारीगोड़ा में रहा और काम भी करता था. लेकिन अचानक वह अपनी पत्नी और बच्चे को छोड़ कर बाहर भाग गया था. उसके बाद 2023 में उसकी पत्नी और मेरे पति की गिरफ्तारी के बाद वह दोबारा नहीं आया. इसके बाद से बातचीत भी बंद हो गयी थी.पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कराने की इच्छा : पत्नी
कुख्यात अपराधी अनुज की पत्नी रीना ने फोन पर बताया कि उसकी इच्छा है कि उसके पति अनुज कनौजिया का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में हो. इस कारण से उसके शव को गांव मंगवाया जा रहा है. रीना ने बताया कि अनुज गोविंदपुर में कब से रह रहा था. उसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है. वह अपना लोकेशन बदलता रहा था. जमशेदपुर में उसका आना-जाना लगातार रहता था, क्यों कि वे लोग पूर्व में भी वहां रह चुके हैं.सोसाइटी वालों ने एसएसपी से की शिकायत
अलतमस सिटी में हुई घटना के बाद वहां रहने वाले लोगों में भय का माहौल है. लोग अब घर से बाहर निकलने में करता रहे हैं. घटना की छानबीन के बाद मौके पर मौजूद सोसाइटी के लोगों ने एसएसपी किशोर कौशल से बातचीत की. लोगों ने बताया कि वहां पर कुछ आसामजिक लोगों का हर दिन जमावड़ा लगा रहा है. हर दिन देर रात तक बड़ी-बड़ी महंगी गाड़ियों में अनजान लोग आते हैं और अड्डेबाजी करते हैं. उनका रहन-सहन देख कर डर से कोई कुछ बोलता नहीं है. ऐसे में भविष्य में भी कोई बड़ी घटना हो सकती है. सोसाइटी के लोगों ने एसएसपी से सुरक्षा की मांग की है. साथ ही सोसाइटी में होने वाली अड्डेबाजी को समाप्त कराने की गुहार लगायी है.शशि शेखर उर्फ चिंटू सिंह के बारे में पता लगा रही पुलिस
पुलिस ने बताया कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार जिस जगह अनुज रह रहा था, वह संपत्ति शशि शेखर उर्फ चिंटू सिंह की है. उसके बारे में अब तक यही जानकारी मिली है कि वह जमीन कारोबारी है. उसका कारोबार गोविंदपुर क्षेत्र में चलता है. हालांकि अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है. पुलिस शशि शेखर के बारे में पता लगाने में जुटी है.राहुल सिंह के परिजन पहुंचे थाना, पुलिस पर लगाया आरोप
वहीं घटना के दौरान पुलिस ने मौके से राहुल सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया है. उसकी कार को भी पुलिस ने जब्त कर ली है. सूचना मिलने के बाद राहुल के परिवार के लोग देर शाम गोविंदपुर थाना पहुंचे और उससे मिलने की बात कही. लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया. राहुल की पत्नी ने बताया कि वह पेशे से कार भाड़ा में चलाने का काम करते हैं. शनिवार को भी वह भाड़ा के लिए फोन आने पर वहां गये थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें भी पकड़ लिया. राहुल पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है. परिजनों ने पुलिस पर जबरन गिरफ्तार करने का आरोप लगाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है