Jamshedpur news.
बोड़ाम प्रखंड में जनजातीय समूहों द्वारा शहद उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. जनजातीय समूहों द्वारा किये जा रहे उत्पादन को लेकर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि अगले एक वर्ष में इसे एक करोड़ रुपये के टर्न ओवर तक पहुंचाना है. इसके लिए 22 अगस्त से शुरू होने वाले चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में गुणवत्ता सुधार और उत्पादन वृद्धि को प्राथमिकता दी जाये. अंधारझोर गांव में परंपरागत वाद्य यंत्र निर्माण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों, कलाकारों और उपयोगकर्ताओं के साथ कार्यशाला और प्रशिक्षण की योजना भी बनायी गयी है. आजीविका संवर्धन से जुड़ी योजनाओं की प्रगति की समाहरणालय सभागार में मंगलवार को समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में संचालित 16 प्रोजेक्ट पर कार्य की रफ्तार बेहद धीमी है. विभागीय पदाधिकारी फील्ड में जाएं और वास्तविक कार्य सुनिश्चित करें. फर्जी रिपोर्टिंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. बैठक में डीडीसी नागेंद्र पासवान व अन्य संबंधित उपस्थित रहे.उपायुक्त ने कहा कि डुमरिया के लखाइडीह गांव में तेल पेराई मशीन को सामुदायिक मॉडल पर संचालित किया जायेगा. बहरागोड़ा प्रखंड में मानुषमुड़िया के बंबू क्लस्टर के संचालन को सुचारू बनाने के लिए 10 दिनों के भीतर विस्तृत प्रस्ताव समर्पित करने को कहा. बहरागोड़ा में काजू प्रोसेसिंग के लिए स्थानीय किसानों और महिलाओं को जोड़ कर बड़े पैमाने पर ले जाने की योजना पर बल दिया गया.पटमदा (धाधकीडीह) और पोटका (आसनबनी) के पोल्ट्री व्यवसाय को लेकर उपायुक्त ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देशित किया कि इस वर्ष के अंत तक पटमदा में पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं का मासिक आय में कम से कम 20 प्रतिशत वृद्धि लाएं. इसी क्रम में जेएसएलपीएस प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि जमशेदपुर सदर में मशरूम उत्पादन से जुड़े 215 लोगों को एफपीओ में पंजीकृत किया गया है. उपायुक्त ने इसे मार्केट लिंकज और ब्रांडिंग से जोड़ने का निर्देश दिया.उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय उत्पाद, कला और हुनर को रोजगार से जोड़कर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाने की ठोस योजना बनायी जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

