लाइसेंस रद्द होने के बाद यहां से कोई भी विमान नहीं भर सकेगा उड़ान
विधायक सरयू राय ने टाटा स्टील लैंड डिपार्टमेंट और टीयूआइएसएल के अधिकारियों से वार्ता कर दिया सुझाव
Jamshedpur News :
सोनारी विमानतल (एयरपोर्ट) के विस्तारीकरण को लेकर उपजी जनभावनाओं और भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए मंगलवार को विधायक सरयू राय ने टाटा स्टील लैंड डिपार्टमेंट और टीयूआइएसएल के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान एयरपोर्ट विस्तार से प्रभावित क्षेत्र, विशेष रूप से सोनारी छोर, चर्च परिसर, मैदान और सड़क मार्ग से जुड़ी चिंताओं पर विस्तार से चर्चा हुई.विधायक राय ने बताया कि उन्होंने सोमवार को एयरपोर्ट के सोनारी और कदमा हिस्से का स्थल निरीक्षण किया था. वहां स्थानीय लोगों के बीच यह आशंका बनी हुई थी कि सोनारी छोर की ओर रनवे बढ़ाने से चर्च, उसके समीप का मैदान और सोनारी से सर्किट हाउस होकर बिष्टुपुर जाने वाली सड़क प्रभावित हो जायेगी. लोगों में यह भ्रम तब गहरा गया, जब टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से लाल रंग की लकीरें खींच दी गईं, जिससे यह संदेश गया कि विस्तार के दायरे में धार्मिक स्थल और मैदान दोनों आ सकते हैं.
इस पर विधायक सरयू राय ने जनता की भावना को ध्यान में रखते हुए टाटा स्टील और टीयूआइएसएल प्रबंधन को स्पष्ट कहा कि विस्तारीकरण ऐसा होना चाहिए जिससे जनहित और धार्मिक स्थलों को कोई क्षति न पहुंचे. उन्होंने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने साफ चेतावनी दी है कि यदि सोनारी छोर की तरफ रनवे नहीं बढ़ाया गया, तो एयरपोर्ट का लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा. लाइसेंस रद्द होने की स्थिति में यहां से कोई भी विमान उड़ान नहीं भर सकेगा.डीजीसीए के नियमों और चेतावनी को देखते हुए विधायक राय ने संतुलित समाधान का सुझाव दिया- ऐसा उपाय जिससे डीजीसीए की अपेक्षाओं के अनुसार रनवे का विस्तार भी हो और साथ ही धार्मिक स्थल, मैदान और सड़क यातायात पर न्यूनतम असर पड़े. इसके आधार पर टाटा स्टील और टीयूआइएसएल ने संशोधित रनवे विस्तार योजना (डिज़ाइन) प्रस्तुत की. संशोधित योजना के अनुसार, रनवे की लंबाई डीजीसीए के न्यूनतम मानक के अनुसार रखी गयी है. सोनारी से सर्किट हाउस-बिष्टुपुर जाने वाली सड़क को बंद नहीं किया जायेगा, बल्कि उसे बहुत हल्का मोड़ (कर्व) दिया जायेगा, ताकि यातायात सुचारू बना रहे. चर्च को पूरी तरह विस्तार क्षेत्र से बाहर रखा गया है. वहीं, मैदान का केवल एक चौथाई से भी कम हिस्सा रनवे विस्तार में शामिल होगा. जिस हिस्से में रनवे बढ़ेगा, उसके बराबर का क्षेत्र बायीं ओर की खाली जमीन जोड़कर मैदान को पुनः संतुलित आकार दिया जायेगा.
टाटा स्टील प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि मैदान का कुल क्षेत्रफल पहले जितना था, उतना ही आगे भी रहेगा. यह मैदान एक सार्वजनिक उपयोग का मैदान रहेगा, जहां सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकेगा. इन आयोजनों के लिए उपायुक्त और टाटा स्टील की सहमति आवश्यक होगी.विधायक सरयू राय ने बताया कि वार्ता के बाद हुए संशोधनों की जानकारी उन्होंने अपने सोनारी क्षेत्र के सहयोगियों और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप कुमार बलमुचू को दी. उन्होंने टाटा स्टील अधिकारियों से भी आग्रह किया कि वे श्री बलमुचू को भी पूरी जानकारी दें, ताकि क्षेत्र में बनी भ्रांतियों का निवारण हो सके.
श्री राय ने उम्मीद जतायी कि टाटा स्टील और टीयूआइएसएल प्रबंधन से हुई सार्थक बातचीत के बाद आम जनता में फैली गलतफहमी और आक्रोश की स्थिति समाप्त होगी. उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि कंपनी प्रबंधन ने जनहित, धार्मिक भावना और यातायात सुविधा को ध्यान में रखते हुए डीजीसीए की शर्तों के अनुरूप समझौता-आधारित समाधान स्वीकार किया है.अब उम्मीद है कि सोनारी एयरपोर्ट का रनवे विस्तार कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा, जिससे जमशेदपुर शहर को बेहतर हवाई सुविधा मिलेगी और क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी, जबकि धार्मिक स्थल, मैदान और जनमार्ग सुरक्षित रहेंगे.
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