Jamshedpur news.
झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन हिदायतुल्लाह खान ने कहा कि आलिम फाजिल के अभ्यर्थियों की बहाली पर रोक लगाने की शिकायत चिंतनीय है. आलिम-फाजिल अभ्यार्थियों की राज्य के विभिन्न मदरसों में जल्द बहाली होगी. 2023 के आधार पर नियुक्त सहायक आचार्य के पद पर नियुक्ति विसंगति दूर करने संबंधी कार्रवाई चल रही है. मदरसा बोर्ड गठित करने की विभागीय प्रक्रिया को जल्द पूरा कर लिया जायेगा. विभाग को आयोग द्वारा निर्देशित किया गया कि आलिम फाजिल की परीक्षा विश्वविद्यालय स्तर पर ली जाये. जब तक आलिम फाजिल पर सरकार का निर्णय नहीं आता है, तब तक सहायक आचार्य के पद पर, जो 110 अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापित हो चुके हैं, उन्हें यथाशीघ्र नियुक्ति पत्र निर्गत किया जाये. शिक्षा विभाग ने आश्वस्त किया है कि इसका जल्द समाधान होगा.रांची के धुर्वा कार्यालय में राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन हिदायतुल्लाह खान की अध्यक्षता में मंगलवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में उपाध्यक्ष शमशेर आलम के अलावा प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा, अल्पसंख्यक कल्याण एवं अल्पसंख्यक वित्त निगम के पदाधिकारी शामिल हुए.आयोग के चेयरमैन हिदायतुल्लाह खान ने बताया कि समीक्षा बैठक में शिक्षा विभाग को धार्मिक एवं भाषाई अल्पसंख्यक विद्यालयों का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने को कहा गया है. राज्य के विभिन्न जिलों में वैसे उर्दू विद्यालय, जिन्हें सामान्य विद्यालय घोषित कर दिये जाने का कारण उर्दू भाषी विद्यार्थियों को पठन-पाठन में काफी कठिनाई हो रही है, संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया. ओडिया भाषा अल्पसंख्यक के कक्षा 9-12 तक भाषा साहित्य पुराना पाठ्यक्रम होने के कारण बाजार में पुस्तक उपलब्ध नहीं है, वर्तमान में नये पाठ्यक्रम को अंगीकार करने का निर्देश दिया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

