संजीव भारद्वाज
जमशेदपुरः चर्च में अब चट मंगनी, पट ब्याह होने लगे हैं़ बदलते वक्त की जरूरतों के हिसाब से चर्च ने नियमों में कुछ छूट दी है, पर यह अपवाद स्वरूप है़
जमशेदपुर में पिछले दिनों कुछ शादियां हुई हैं, जिनमें विवाह से एक- दो दिन पूर्व वचनदत्त की रस्म निभायी गयी़ कलीसियाइ नियम के अनुसार वचनदत्त के बाद के तीन रविवार चर्च में ह्यपुकारह्ण होती है, जिसमें लोगांे को अवसर दिया जाता है कि यदि उन्हें विवाह पर कोई आपत्ति है, तो उससे चर्च को अवगत करायें़ कोई आपत्ति नहीं होने पर पहली पुकार के 90 दिनों में विवाह संपन्न कराया जाता है़
क्या हैं चर्च के नियम
चर्च के नियमानुसार वचनदत्त मसीही विवाह की पहली शर्त है़ इसमें भावी वर वधू एक दूसरे को विवाह का वचन देते हैं. इसके बाद तीन पुकार व शादी के रस्म ही चर्च से जुड़े हैं़ लड़का – लड़की को किसी तीसरे व्यक्ति के घर में देखने, फिर लड़की के घर लोटापानी, लड़के के घर बड़ा कुटुंब या घुराउनी लोटापानी, विवाह की तिथि तय करने और विवाह के बाद अहुरत- बहुरत आदि सामाजिक रस्मों के दायरे में आते हैं़