जमशेदपुर: हाल के वर्षो में शहर में अपनी एक अलग पहचान बना चुकी बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी, रोड नंबर-4 की श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गापूजा समिति का पूजा पंडाल इस बार भी आकर्षण का केंद्र होगा. पिछले दो वर्ष से लगातार सर्वश्रेष्ठ पूजा पंडाल का पुरस्कार हासिल कर रही समिति इस बार तिकड़ी बनाने की तैयारी में हैं. इस बार भी समिति का पूजा पंडाल अपने-आप में अलग है.
पूरा पंडाल जूट से तैयार किया जा रहा है, जिसमें मां दुर्गा की प्रतिमा भी जूट से तैयार की जा रही है. पंडाल एक काल्पनिक मठ की अनुकृति है, जिसमें श्रद्धालुओं को मां दुर्गा व देवी-देवताओं के दर्शन तो होंगे ही, पूरे पंडाल में स्वामी विवेकानंद की जीवनी भी नजर आयेगी. जूट से तैयार चित्र स्वामी जी के जन्म, शैशव काल, बाल्यकाल, किशोरावस्था, युवावस्था, शिकागो सम्मेलन व उनके व्यक्तित्व व कृतित्व, ओजस्वी वक्तव्य, संदेश आदि से लेकर निधन तक की कथा कहेंगे.
छह महीने से तैयारी कर रहीं 25 महिलाएं
पंडाल निर्माण को लेकर पिछले छह महीने से तैयारी चल रही है. पश्चिम बंगाल स्थित मेदिनीपुर के कारीगर पंडाल का निर्माण कार्य कर रहे हैं. इनमें 25 महिलाएं हैं, जो पंडाल को भव्यता प्रदान करने के लिए जूट की कशीदाकारी व स्वामी जी की तसवीरें बुन रहीं हैं. महिलाएं आयोजन स्थल पर नहीं, बल्कि मेदिनीपुर में ही सारा कुछ तैयार कर रही हैं, जिसे अब यहां लाया भी जा रही है. इनके अलावा करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मजदूर यहां पंडाल निर्माण, कशीदे को पंडाल में जोड़ने, थर्मोकोल का बेस तैयार करने आदि का काम कर रहे हैं. पंडाल की अनुमानित लागत 15 लाख रुपये है.