जमशेदपुर: मंदी के दौर और रुपये की गिरती कीमतों के बीच पॉकेट से पैसा निकालने के लिए झारखंड में निजी बैंकों ने अब एजुकेशन लोन देने का फैसला किया है. निजी बैंकों द्वारा एजुकेशन लोन देने संबंधी फैसले को मंजूरी दिये जाने पर अब छात्रों को सरकारी बैंकों पर ही निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. ग्राहकों के बीच गहरी पैठ बनाने के लिए निजी बैंकों (एक्सिस बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक) ने छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन देने के लिए हरी झंडी दे दी है. इन दोनों बैंकों की शाखाओं ने शहर के छात्रों को एजुकेशन लोन देने का काम शुरू कर दिया है.
निजी बैंकों की स्थापना के लंबे समय के बाद हाल ही में लोन संबंधी प्रक्रिया को शुरू करने का आदेश मुख्यालय ने दिया है. एजुकेशन लोन को छोड़ कर प्राइवेट बैंक पहले सभी तरह के लोन दिया करते थे, लेकिन जब एजुकेशन लोन कोई मांगता था, तो उसे नियमों का हवाला देकर रिकार्ड को कोलकाता भेज दिया जाता था.
ऐसी स्थिति में वैसे ही लोगों को लोन मिल पाता था, जिनके बैंक के साथ व्यक्तिगत व कारोबारी रिलेशन बेहतर हैं. बाकी का फॉर्म रिजेक्ट हो जाता था. हाल ही में आदित्यपुर में खुले येस बैंक ने अभी किसी तरह का लोन देने की शुरुआत नहीं की. येस बैंक के पदाधिकारियों ने कहा कि अभी यहां सेटअप लगाया जा रहा है.