जमशेदपुर: टाटा स्टील में पांच से दस साल के बीच का वेज रिवीजन समझौता होगा. यूनियन पांच साल का वेज रिवीजन चाहती है, प्रबंधन दस साल का चाहती है. रास्ता इसके बीच से निकाला जायेगा. टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक हेमंत मधुसूदन नेरुरकर ने यह बातें कहीं. वह गुरुवार को बिष्टुपुर स्थित एसएनटीआइ ऑडिटोरियम में कमेटी मेंबरों के सवालों का जवाब दे रहे थे.
कमेटी मेंबर मनोहर मुखिया ने मांग रखी कि वेज रिवीजन का समझौता तत्काल किया जाये और अगर देर है तो अंतरिम की राशि दी जाये. इस पर एमडी ने कहा कि फैसला लेने के लिएबातचीत चल रही है. बहुत जल्द फैसला ले लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि सीएमजी पर जल्द फैसला लिया जायेगा. इसके लिए एक से दो माह के बीच का समय तय किया गया है. एमडी ने अरुण सिंह के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि पीएम ट्रॉफी की राशि का उपयोग एनटीटीएफ से भी बढ़िया संस्थान खोलने के लिए किया जायेगा. अपना घर का सवाल कमेटी मेंबर गुलाब यादव ने उठाया था, जिस पर श्री नेरुरकर ने कहा कि इसके लिए आदित्यपुर की ओर जमीन की तलाश चल रही है.
निबंधित पुत्रों का मुद्दा गुलाम मोइनुद्दीन के अलावा मनोहर मुखिया और शैलेश सिंह ने भी उठाया. इस पर एमडी ने कहा कि निबंधित पुत्रों के लिए कोई रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है. उनके दर्द का एहसास है, लेकिन बहुत ज्यादा अभी नहीं कहा जा सकता है. कमेटी मेंबर अजय चौधरी ने प्रोमोशन के लंबित होने का मसला उठाया, जिस पर एमडी ने कहा कि लंबित प्रोमोशन को क्लियर कराने का प्रयास किया जायेगा. करीब दो घंटे की यह बैठक चली, जिसमें कई ज्वलंत मुद्दे भी उठाये गये.