वरिष्ठ डाक अधीक्षक की जांच में खुलासा, अब तक 19 ग्रामीण सामने आये
Jamshedpur News :
नरवा माइंस डाकघर में करीब 20 लाख रुपये (19 लाख 11 हजार 765 रुपये) का घोटाला सामने आया है. कोल्हान (सिंहभूम डिवीजन) के वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह की जांच में इसका खुलासा हुआ है. अब तक 19 खाताधारक सामने आये हैं, जिनके पैसे पोस्ट ऑफिस के खाते में जमा नहीं किये गये हैं. इस मामले में पोस्टमास्टर राजू मांझी की संलिप्तता सामने आयी है. वरिष्ठ डाक अधीक्षक ने पूरे मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है और पैसा लौटवाने का भी आश्वासन दिया है. वरिष्ठ डाक अधीक्षक के अनुसार, मामले में विभागीय जांच की जा रही है. पोस्टमास्टर के सामने बैठने वाले व्यक्ति की पहचान कपिल कुमार के रूप में हुई है, जो पहले साइबर अपराध में जेल जा चुका है.ऐसे सामने आया मामला
स्थानीय ग्रामीण जब पैसा निकालने के लिए पोस्ट ऑफिस गये, तो बताया गया कि उनके पासबुक में पैसे की इंट्री है, लेकिन डाक विभाग के एकाउंट में पैसे नहीं दिख रहे हैं. इसकी लिखित शिकायत वरिष्ठ डाक अधीक्षक से की गयी है. बुधवार को वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह पहुंचे तो 19 लोग सामने आये, जिनका पैसा कंप्यूटर सिस्टम में नहीं दिखाया. 11 लोगों ने अपने पासबुक भी दिखाये, जिसमें पैसे की इंट्री थी, लेकिन एकाउंट में पैसा जमा नहीं हुए थे. इसके बाद मामले में पूछताछ शुरू की गयी. आठ लोगों ने बताया कि उनका पासबुक पोस्टमास्टर के सामने बैठे हुए व्यक्ति के पास ही दे दिया था, ताकि पैसे वे ही जमा करते रहे.ऐसे चलता था पूरा खेल
जांच में पता चला कि पोस्टमास्टर राजू मांझी कार्यालय में अपने टेबल के सामने एक व्यक्ति को बिठाते थे. ग्रामीण जब आरडी या अन्य योजना का पैसा जमा करने या खाता खोलने आते, तो पोस्टमास्टर उस व्यक्ति से मिलवा देते थे. ग्रामीण खाता खुलवाते और पैसे जमा करने के लिए पोस्टमास्टर के सामने बैठे व्यक्ति को देते थे. वह व्यक्ति पैसे अपनी जेब में रख लेता और पोस्टमास्टर के पास रखा मुहर पासबुक में लगा देता था. पैसे की पासबुक में इंट्री भी की जाती थी, लेकिन पोस्ट ऑफिस के खाते में पैसा जमा नहीं किया जाता था. उक्त व्यक्ति ने कई ग्रामीणों के पासबुक भी अपने पास रख लिये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

