जमशेदपुर: 32 साल बाद फिर से गांव की सरकार जागी. 55 पंचायतों के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्यों ने अपने अधिकार के लिए गुरुवार को प्रखंड एवं सीओ कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया.
अपने हक के लिए करीब चार हजार ग्रामीणों ने भी उनका साथ दिया. पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रखंड व सीओ कार्यालय के कर्मचारी अपनी कार्यशैली सुधारें. जनता को उसका अधिकार दें, अन्यथा भ्रष्ट कर्मचारियों की सूची आला अधिकारियों को दी जायेगी. जमशेदपुर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष पालटन मुमरू के नेतृत्व में 13 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया.
क्यों भड़के मुखिया
जमशेदपुर प्रखंड मुखिया संघ ने तीन मई को बीडीओ को मांगपत्र सौंपा था, जिस पर कार्रवाई नहीं हुई. संतुष्टि जनक जवाब नहीं मिलने पर पंचायत प्रतिनिधियों का आक्रोश फूटा.
सवा दो घंटे सड़क जाम
प्रदर्शनकारियों ने सवा दो घंटे तक टाटा-हाता मुख्य सड़क को जाम रखा. स्टेशन व सुंदरनगर, दोनों छोर पर एक-एक किमी तक वाहनों की कतार लग गयी.