Jamshedpur news.
शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम गढ़ते हुए पूर्वी जिले में रविवार को उल्लास नवभारत साक्षरता अभियान के अंतर्गत असाक्षरों के लिए जिला स्तरीय जांच परीक्षा का सफल आयोजन किया गया. इस परीक्षा में कुल 13,343 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से सर्वाधिक 2,958 परीक्षार्थी पोटका प्रखंड से शामिल हुए. जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय ने जानकारी दी कि यह अभियान भारत सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत संचालित हो रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक आयु के असाक्षरों को साक्षर बनाना है. उन्होंने कहा कि साक्षर भारत का सपना केवल किताबों में नहीं, बल्कि हर घर और हर व्यक्ति की जिंदगी में उतरना चाहिए. यह परीक्षा करीब 100 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण और व्यवस्थित माहौल में आयोजित हुई.इस दौरान जिला शिक्षा अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा संकल्प है कि वर्ष 2030 तक जमशेदपुर जिला पूर्णतः साक्षर जिले के रूप में पहचाना जाये. इस दिशा में यह परीक्षा एक ठोस कदम है. उन्होंने परीक्षा आयोजन को सफल बनाने में लगे पदाधिकारियों, केंद्र अधीक्षकों, वीक्षकों, सीआरपी, बीआरपी, बीपीओ तथा शिक्षा कर्मियों के प्रयासों की सराहना की. गौरतलब है कि मार्च 2025 में आयोजित पिछली जांच परीक्षा में जिले से 10,243 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था, जबकि इस बार संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज हुई है.किस प्रखंड से कितने असाक्षर हुए शामिल
बहरागोड़ा- 1086बोड़ाम- 1233चाकुलिया- 1433धालभूमगढ़ – 728
डुमरिया- 845घाटशिला- 653गोलमुरी-जुगसलाई- 1447गुड़ाबांदा- 786
मुसाबनी- 932पटमदा- 1242पोटका- 2958
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