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सबसे पहले स्कूली बच्चों को दिया जायेगा रूबेला वैक्सीन
जमशेदपुर : बच्चों को खसरा समेत अन्य बीमारियों से बचाव के लिए रूबेला वैक्सीन लगवाना जरूरी है. इसके प्रति डॉक्टर जागरूकता पैदा कर सकते हैं. उक्त बातें साकची आइएमए भवन में आयोजित सेमिनार में सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद ने कहीं. वह रविवार को आइएमए द्वारा रुबेला वैक्सीन पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे […]
जमशेदपुर : बच्चों को खसरा समेत अन्य बीमारियों से बचाव के लिए रूबेला वैक्सीन लगवाना जरूरी है. इसके प्रति डॉक्टर जागरूकता पैदा कर सकते हैं. उक्त बातें साकची आइएमए भवन में आयोजित सेमिनार में सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद ने कहीं. वह रविवार को आइएमए द्वारा रुबेला वैक्सीन पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि अब तक यह वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों में दी जाती थी. अब इसे सरकारी अस्पतालों में दिया जायेगा. इस वैक्सीन को 9 माह से लेकर 15 साल तक के बच्चों को दिया जाना है. इस अभियान को सबसे पहले स्कूलों में शुरू किया जायेगा. उपस्थित डॉक्टरों ने बच्चों व उनके अभिभावकों को इस वैक्सीन के बारे में जानकारी देने को कहा. सम्मेलन में डॉ मृत्युंजय सिंह, डॉ उमेश खां सहित शहर के कई डॉक्टर मौजूद थे.
देश में तीसरी बार आया निपाह : डॉ सुमंगला
जमशेदपुर. सेमिनार में एमजीएम अस्पताल के डॉ सुमंगला विश्वास ने कहा कि देश में तीसरी बार निपाह वायरस फैला है. इसके पहले 2001 में सिलीगुड़ी व 2007 में नदीया में फैला था. इस बार केरल में फैला है. चमगादड़ से फैलने वाला यह बहुत खतरनाक वायरस है. इसमें सबसे पहले सांस लेने में परेशानी होती है.
उसके बाद बुखार, सिर में चक्कर आता है इसके बाद मरीज कोमा में चला जाता है और उसकी मौत हो जाती है. उन्होंने बताया कि पक्षी का खाया हुआ फल न खायें, सब्जी व फल भी धो कर खायें. देश में इस वायरस की जांच की व्यवस्था सिर्फ पुणे में ही है. इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
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