टाटा स्टील के ब्लास्ट फर्नेस में काम करते थे मदार खान
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पाकिस्तान नहीं गये थे मदार खान, जमशेदपुर में हुअा था निधन
टाटा स्टील के ब्लास्ट फर्नेस में काम करते थे मदार खान जमशेदपुर : जिस मदार खान को पाकिस्तानी नागरिक बताते हुए उनकी छोड़ी गयी संपत्ति को शत्रु संपत्ति बताया गया है, वह टाटा स्टील के जी ब्लास्ट फर्नेस ( टिकट नंबर 89131) में 22 अप्रैल 1958 तक कार्यरत थे. टाटा स्टील द्वारा उनकी पत्नी हाजरा […]
जमशेदपुर : जिस मदार खान को पाकिस्तानी नागरिक बताते हुए उनकी छोड़ी गयी संपत्ति को शत्रु संपत्ति बताया गया है, वह टाटा स्टील के जी ब्लास्ट फर्नेस ( टिकट नंबर 89131) में 22 अप्रैल 1958 तक कार्यरत थे. टाटा स्टील द्वारा उनकी पत्नी हाजरा बीबी को मेडिकल बुक (संख्या 219039) दिया गया था. मदार खान के पुत्र बहादुर खान द्वारा 8 अक्तूबर 1985 को जमशेदपुर के कार्यपालक दंडाधिकारी कार्यालय में एफिडेविट जमा कर बताया गया था कि उनके पिता 22 अप्रैल 1958 तक टाटा स्टील के ब्लास्ट फर्नेस में कार्यरत थे.
जमशेदपुर : गृह मंत्रालय के अधीन शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय के पत्र (2182/2009) के अनुसार मदार खान एक अगस्त 1969 को पासपोर्ट संख्या 190589 से पाकिस्तान चले गये थे, लेकिन प्रभात खबर को पड़ताल में ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिससे पता चलता है कि मदार खान का निधन जमशेदपुर में हुआ था अौर उन्हें धातकीडीह कब्रिस्तान में दफनाया गया था. धातकीडीह ईदगाह कब्रिस्तान कमेटी द्वारा जारी प्रमाण पत्र (1349/1971) मदार खान का 79 वर्ष की उम्र में निधन 9 अक्तूबर 1971 को हुआ था
अौर उसी दिन उन्हें धातकीडीह कब्रिस्तान में दफनाया गया था. उनके पुत्र बहादुर खान द्वारा दर्ज करायी गयी जानकारी के आधार पर यह प्रमाण पत्र निर्गत किया गया. नजदीकी लोगों के अनुसार मदार खान को एक पुत्र अौर चार पुत्रियां थी अौर पुत्र का पिछले साल मानगो में निधन हुआ है अौर दो पुत्रियां अब भी मानगो में रहती हैं.
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