दूर होगा बिजली संकट, 394 टावर लगाने का काम पूरा
आदित्यपुर : लंबे समय के इंतजार के बाद झारखंड को सेंट्रल पूल से 350 मेगावाट बिजली मिलनी शुरू हो गयी है. इसके लिए ओड़िशा के बारीपदा से गम्हरिया के रामचंद्रपुर पावर ग्रिड तक कुल 394 टावर लगाये गये हैं.
शुक्रवार को लाइन चार्ज किया गया और शनिवार को लोड दे दिया गया. यह परियोजना 2007 में प्रारंभ हुई, जिसे 2009 में पूरा हो जाना था, लेकिन यशपुर पंचायत में 12 टावरों के निर्माण में आ रही बाधा के कारण परियोजना में विलंब हुआ परियोजना के पूरी हो जाने से पावर ग्रिड कॉरपोरेशन लिमिटेड को करीब 1.6 करोड़ प्रतिमाह के नुकसान से मुक्ति मिल गयी. इस लाइन की कुल क्षमता 950 मेगावाट है.
12 टावर लगाने में थी बाधा
यशपुर पंचायत में पावर ग्रिड से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर 12 टावर लगाये जाने थे. स्थानीय लोगों के विरोध के कारण टावर लगाने का काम पूरा नहीं हो पा रहा था. सही मुआवजा दिये जाने का निर्णय होने के बाद काम शुरू हो सका था. ग्रामीणों के बीच मुआवजे का भुगतान चेक से किया जा रहा है.
पावर ग्रिड की ओर से ग्रामीणों को प्रति टावर तथा जिस खेत से लाइन गुजरी है, उसमें प्रति मीटर के हिसाब से मुआवजा का भुगतान किया जा रहा है. लाइन के नीचे घर या फैक्टरी नहीं बनाये जा सकते, लेकिन छोटे पेड़ जैसे नींबू, संतरा, चिकू आदि के पेड़ लगाये जा सकते हैं.
और भी थी बाधाएं
पावर ग्रिड तक लाइन लाने के क्रम में अंतिम पांच किलोमीटर में कई बाधाएं आयीं. इस दौरान एक रेलवे क्रासिंग, एक 132 केवीए लाइन, दो 11 केवीए लाइन व एक नदी को पार कर लाइन कनेक्ट किया गया.
– प्रियरंजन –