जमशेदपुर: झारखंड आंदोलनकारी सूर्य सिंह बेसरा द्वारा संताली में लिखी गयी पुस्तक सेरेंगाजलि (गीतांजलि) का लोकार्पण शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बोलपुर स्थित शांति निकेतन में किया गया. विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर के 153वें जन्मदिन पर आयोजित समारोह में विश्व भारती के वाइस चांसलर प्रोफेसर सुशांतो दास और विश्व भारती के निदेशक डॉ राम कुमार मुखोपाध्याय ने संयुक्त रूप से इसका किया.
समारोह में सूर्य सिंह बेसरा की पत्नी कुंती बेसरा भी मौजूद थी. श्री बेसरा ने कहा कि पांच साल के गहन अध्ययन के बाद उन्होंने इसे संताली में अनुवाद किया है. विश्व भारती द्वारा सेरेंगाजलि को बांग्ला और ओलचिकी भाषा में पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया है. इस पुस्तक में 260 पृष्ठ हैं, जिसकी कीमत 250 रुपये है.