जमशेदपुर: समाज की पहल पर दो नि:शक्तों ने एक दूसरे का सहारा बनने के साथ जीवन भर साथ जीने मरने की कसम खायी. शनिवार को दोनों वैवाहिक बंधन में बंध गये. हम बात कर रहे हैं भुइयांडीह लकड़ी टाल निवासी बुंडू बागती की नि:शक्त बेटी अल्पना बागती और भुइयांडीह कल्याणनगर निवासी नि:शक्त राजू सिंह की. शनिवार को राजू बारात लेकर अल्पना के घर पहुंचा. सिंगा बाजा के बीच उनके परिवार और साथियों ने जमकर नृत्य किया. लड़की की तरफ से बारातियों का स्वागत करने विधायक रघुवर दास उपस्थित थे. उनके साथ जिला परिषद सदस्य राजकुमार सिंह, चंद्रशेखर मिश्र, अनिल मोदी, गुरदेव सिंह राजा समेत सभी ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया.
इससे पूर्व शनिवार को श्याम भक्त मंडल की रिंकू अग्रवाल, उषा गुप्ता, रानी अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल समेत अन्य कन्या के घर गये. वहां मेहंदी की रस्म की अदायगी हुई.
गौरतलब हो कि अल्पना के पिता बूंडू की तबीयत हमेशा खराब रहती है. मां दूसरे घरों का चौका-बरतन कर परिवार चलाती है. जवान नि:शक्त बेटी के विवाह की चिंता मां को खाये जा रही थी.
उस मां ने अपना दर्द श्याम भक्त मंडल भालुबासा की महिलाओं और भाजपा नेताओं को बताया. दोनों के संयुक्त पहल पर भुइयांडीह कल्याण नगर निवासी राजू सिंह और उसके परिवार से बातचीत की और शादी का प्रस्ताव दिया. लड़का का पिता नहीं है. वह किसी तरह सब्जी बेच कर अपना परिवार चला रहा है. वह भी नि:शक्त है. दोनों का परिवार राजी हो गया.