हजारीबाग. पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की 94वीं जयंती पर झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत शाखा हजारीबाग जिला कमेटी ने छह सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय के सामने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री और चौकीदार दफादार के उद्धारक पूर्व सांसद अवधेश सिंह की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी. प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण दयाल सिंह ने कहा कि लगभग 35 वर्षों से सरकारी सेवा करने के बाद भी हजारीबाग जिला के चौकीदार दफादारों को एसीपी, एमएसीपी का लाभ नहीं मिल रहा है. हेमंत सरकार सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान कराने की अनुमति दे. यदि चौकीदारों की अवैध नियुक्ति रद्द नहीं हुई, तो झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत की ओर से हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर की जायेगी. जिलाध्यक्ष रामदेव प्रसाद ने कहा कि चौकीदार दफादारों से चौकीदारी मैनुअल में दिये गये प्रावधानों और समय-समय पर झारखंड सरकार के गृह विभाग की ओर से निर्गत आदेशों के तहत ड्यूटी नहीं करायी जाती है. हजारीबाग जिला में अनुकंपा के आधार पर चौकीदारों की नियुक्ति परीक्षा ली जाती है. इस पर रोक लगनी चाहिए. संचालन जिला सचिव मुनिलाल पासवान ने किया. अनशन में ब्रह्मदेव शर्मा, दशरथ ठाकुर, नकुल पासवान, यमुना यादव, सकलदेव पासवान, सत्यानंद कुमार दास, हीरालाल पासवान, धर्मेंद्र पासवान, गिरधारी यादव, युगलकिशोर, गुलाम शब्बीर वसी, पुष्प देवी, जितेंद्र यादव, आफताब अली, हरिनाथ बेदिया, बासुदेव गंझू, मोहिउद्दीन अंसारी और रचना कुमारी शामिल थे.
क्या है मांगें :
एसीपी, एमएसीपी का लाभ, 2016 से बकाया वर्दी भत्ता का भुगतान, सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान करने, एक जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत्त चौकीदार और दफादारों के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने, सेवा विमुक्त और एवजी चौकीदारों को न्याय दिलाने के लिए तत्काल अध्यादेश जारी करने, झारखंड ग्राम चौकीदार (संशोधन) विधेयक-2025 पारित करने, झारखंड चौकीदार संवर्ग नियमावली-2015 में उल्लेखित प्रावधानों के खिलाफ हजारीबाग जिला में चौकीदारों के रिक्त पदों पर की गयी अवैध नियुक्ति को जनहित और राज्य हित में तत्काल रद्द करने की मांग शामिल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

