6टाटी21- चैचाकी में हाथी द्वारा नष्ट किए गए तारबुज को दिखाते किसान टाटीझरिया. प्रखंड के धरमपुर पंचायत के जेरूवाडीह गांव और चैचाकी में हाथी ने रातभर जम कर उत्पात मचाया है. हाथी ने खेतों में लगी फसल को खाकर और रौंद कर बर्बाद कर दिया है. सोमवार रात हाथी मंडपा गांव पहुंचा था. वहां से ग्रामीणों ने हाथी को टायर जलाकर उसे वहां से भगाने में सफल रहे. वहीं उसी रात धरमपुर निवासी किसान शंकर कुमार शर्मा (पिता बैजनाथ ठाकुर) के चैचाकी में लगे 2 एकड़ से अधिक जमीन में तरबूज को बुरी तरह से रौंद डाला. शंकर ने बताया कि बीते सोमवार-मंगलवार की रात हाथी ने उसके जेरूवाडीह के खेत में लगाये गये तरबूज की खेती को लगातार तीन घंटे तक खाकर और रौंद कर काफी नुकसान पहुंचाया है. इस दौरान वन विभाग की टीम और ग्रामीणों के सहयोग से हाथी को भगाने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन फिर भी नुकसान से नहीं बचा जा सका. हाथी ने जेरूवाडीह के जैनुल अंसारी के खेत में लगे केले की फसल को भी बर्बाद कर दिया है. रात में फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद हाथी चैचाकी जंगल की ओर चला गया है. बता दें कि हाथी से क्षेत्र के लोगों को जानमाल का नुकसान पहुंच रहा है. हाथी के हमले से सोमवार को सिमराढाब निवासी दशमी देवी की जान जा चुकी है. हाथी के क्षेत्र में स्वच्छंद विचरण करने से लोगों में दहशत व्याप्त है. वन विभाग भी हाथी को क्षेत्र से खदेड़ कर सुरक्षित स्थान पर ले जाने में अब तक नाकाम रहा है. हाथी से हुए नुकसान को लेकर पीड़ित किसानों ने वन विभाग और शासन प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.
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