केरेडारी. ऋत्विक कंपनी के अधिकारी 19 जून की रात जोरदाग स्कूल के कमरों से बेंच-डेस्क निकालकर बाहर रख रहे थे. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी बड़कागांव विधायक रौशनलाल चौधरी को दी. शुक्रवार को विधायक कार्यकर्ताओं के साथ जोरदाग स्कूल पहुंचे. विद्यालय का निरीक्षण किया. ग्रामीणों ने बताया कि ऋत्विक कंपनी के अधिकारी रात के अंधेरे में स्कूल के कमरों से बेंच-डेस्क निकालकर बाहर रख रहे थे. स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के बाद अधिकारी बेंच-डेस्क बाहर नहीं ले जा सके. विधायक ने कहा कि छह माह पूर्व इस विद्यालय में डीएमएफटी फंड से लगभग दो करोड़ रुपये खर्च कर विद्यालय की चहारदीवारी सह जीर्णोद्धार का काम किया गया है. यदि विद्यालय को तोड़ना था, तो सरकारी पैसे की इस विद्यालय में बंदरबांट क्यों की गयी. हर घर जल योजना के तहत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से विद्यालय के बगल में करीब 14 करोड़ की लागत से जलमीनार का निर्माण किया जा रहा है, जो निर्माणाधीन है. उन्होंने कहा कि कंपनी इस स्कूल को जिस दूसरे स्कूल में शिफ्ट करना चाह रही है, वह काफी छोटा है. वहां से ट्रांसपोर्टिंग की सड़क गुजरी है. जहां आये दिन दुर्घटना होती रहती है. वहां बच्चे किस प्रकार पढ़ेंगे. विधायक ने कहा कि विद्यालय के बदले विद्यालय मिलना चाहिए. कोल कंपनी की मनमानी नहीं चलेगी. ऋत्विक कंपनी शिक्षा और स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं करे. मौके पर कर्मचारी साव, नरेश कुमार महतो, पंकज साहा, उपेंद्र सिंह, बाल गोविंद सोनी, उदय लाल गुप्ता, मनोहर साव, भोला महतो सहित ग्रामीण उपस्थित थे.
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