हजारीबाग. आइसेक्ट विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस सभागार में सोमवार को चौथे समर्थ भारत कॉन्क्लेव 2025 के अंतर्गत राज्य सम्मेलन हुआ. इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़े लघु उद्यमियों को वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा सामाजिक उद्यमिता के अवसरों की जानकारी दी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, प्रति कुलपति डॉ गौरव शुक्ला, अम्ब्रीश कुमार, अरविंद चतुर्वेदी, अभिषेक गुप्ता व डॉ ब्रजेश सिंह ने की. मौके पर कुलपति प्रो नायक ने कहा कि कौशल विकास और सामाजिक उद्यमिता देश में समावेशी विकास प्राप्त करने के दो मजबूत स्तंभ हैं. आज के युग में स्वरोजगार की संभावनाओं को पहचान कर ही हम आर्थिक प्रगति की नयी राहे खोल सकते हैं. कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि इन उभरते क्षेत्रों में सजगता और सक्रिय भागीदारी दिखानी चाहिए. इस दौरान बिग कंट्री लिटिल बिजनेस नामक पुस्तक और वित्तीय समावेशन पर केंद्रित फिल्म और यूनिसेफ से जुड़ी परियोजना रिपोर्ट का विमोचन किया गया. ज्ञान सत्र में नीरज सतपुड़े, शशि भूषण द्विवेदी, आइसेक्ट जीएम अभिषेक गुप्ता, केतन श्रोत्रिय और प्रशांत बेसरा ने वित्तीय समावेशन, सीएसआर, सरकारी योजनाएं, बीवॉक कार्यक्रम, प्लेसमेंट और अप्रेंटिसशिप से जुड़े अवसरों की जानकारी दी. साथ ही आइसेक्ट के नये उत्पादों जैसे एनिमेशन के लिए आइसेक्ट अकादमी, एनसीएसडीई, एनईपी-एलईएपी, आइसेक्ट लर्न पोर्टल, रमन ग्रीन उत्पाद, बालशाली पाइप्स पर चर्चा हुई. सहायक प्रबंधक अरुण शुक्ला ने ब्रैनी बेयर फ्रैंचाइज़ी पर विशेष सत्र लिया. कार्यक्रम में डिप्टी रजिस्ट्रार विजय कुमार, सहायक कुलसचिव चांदनी कुमारी, प्रभाकर सिन्हा, अनिल रावत, कुलदीप पटनाकर, सोनू कुमार, अरविंद चतुर्वेदी, अम्ब्रीश कुमार, तौहीद आलम, परितोष पांडेय आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है