हजारीबाग. श्रीलंका में आयोजित पांचवें अंतरराष्ट्रीय अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सम्मेलन (आइसीआइसीएच-2025) में तरंग ग्रुप हजारीबाग के सदस्य रोहित हाजरा सम्मानित किये गये हैं. 19-20 सितंबर 2025 को कोलंबो में आयोजित इस सम्मेलन का मुख्य विषय था : भूत और भविष्य के बीच सेतु, बदलते समय में अमूर्त धरोहर की भूमिका. आयोजन श्री जयवर्धनेपुरा विश्वविद्यालय के मानवविज्ञान विभाग एवं सार्क सांस्कृतिक केंद्र श्रीलंका के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. अध्यक्षता डॉ थारका आनंदा ने की. वहीं डॉ नेलुम कंथिलथा सम्मेलन सचिव थीं. इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोहित हाजरा ने डॉक्टर प्रियंका शर्मा के मार्गदर्शन में तैयार थारू समुदाय के सांस्कृतिक जीवन पर सामा चकेवा लोक प्रदर्शन के प्रभाव विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया. इस सम्मेलन में फिलीपींस, पोलैंड, नेपाल, बांग्लादेश, जापान, थाइलैंड, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, सिंगापुर एवं कंबोडिया आदि देशों के शोधार्थियों ने अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये. रोहित हाजरा के शोध को विशेष सराहना मिली और उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया गया. तरंग ग्रुप के सचिव अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि रोहित की इस उपलब्धि से झारखंड और तरंग ग्रुप के सभी सदस्य बेहद गौरवान्वित महसूस कर हैं. उन्होंने नेट और जेआरएफ दोनों परीक्षाएं पास की हैं. हाल ही में उनका चयन पांडिचेरी विश्वविद्यालय में इन्हीं विषयों पर शोध के लिए हुआ है.
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