केरेडारी. केरेडारी पुलिस ने वर्षों से फरार तीन अभियुक्तों के घर ढोल-नगाड़ों के साथ इश्तेहार चिपकाया. अभियुक्तों में केरेडारी थाना कांड संख्या-118/2021 का प्राथमिक अभियुक्त मनोज मुंडा (पिता स्व अर्जुन मुंडा), ग्राम नागड़ुआ पारटांड़, थाना पिपरवार, जिला चतरा, केरेडारी थाना कांड संख्या-110/2023 का प्राथमिक अभियुक्त पहाड़ी उर्फ रामेश्वर महतो, ग्राम डमारु, थाना केरेडारी, जिला हजारीबाग एवं रोहित तुरी (पिता सुरेश तुरी), ग्राम लांगतु, थाना बड़कागांव जिला हजारीबाग शामिल हैं.
धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया
बरही. पोकलेन ओनर ग्राम करसो, बरही निवासी प्रमोद कुमार यादव ने जीएसटी में धोखाधड़ी के आरोप में बरही थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. धोखाघड़ी का आरोप हजारीबाग लोहसिंघना निवासी स्व प्रेम कुमार अग्रवाल व उसके पुत्र कुणाल अग्रवाल पर लगाया है. प्राथमिकी के अनुसार प्रमोद कुमार यादव के व्यवसाय का रिटर्न भरने का काम प्रेम कुमार अग्रवाल किया करते थे. वर्ष 2019 में प्रेम कुमार अग्रवाल की मृत्यु के बाद उनके पुत्र कुणाल अग्रवाल यह काम करने लगे. कुणाल अग्रवाल ने रिटर्न भरने के लिए प्रमोद यादव का जीएसटी नंबर, ई-मेल आइडी, पासवर्ड अपने पास रख लिया था. आरोप है कि प्रमोद कुमार यादव को अंधेरे में रखकर उनके जीएसटी नंबर का गलत इस्तेमाल लोहा, स्टील ट्यूब आदि के किसी अन्य व्यवसायी के लिए किया गया. इसका भेद तब खुला जब जीएसटी विभाग ने प्रमोद यादव के जीएसटी रजिस्ट्रेशन को निलंबित कर नोटिस निर्गत किया. प्रमोद कुमार ने बताया कि वह केवल पोकलेन व हाइवा का व्यवसाय करते हैं. प्रेम कुमार व उनके पुत्र कुणाल ने उनके जीएसटी नंबर का गलत इस्तेमाल कर उनकी साख और बिजनेस को नुकसान पहुंचाया है. बरही थाना प्रभारी आभास कुमार ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है