हजारीबाग. हजारीबाग में खान एवं भूतत्व विभाग अपने भूतात्विक प्रशिक्षण केंद्र से भू-विज्ञान में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर रहा है. इसका लाभ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण विद्यार्थियों को मिल रहा है. इसी के साथ, राज्य स्तर पर यह इकलौता भूतात्विक प्रशिक्षण केंद्र बन गया है। सत्र 2024-25 में 14 विद्यार्थियों ने प्रशिक्षण लिया है. प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थियों के बीच नौ मई को मनोज कुमार (निदेशक, खान एवं भूतत्व विभाग) ने प्रमाण पत्र का वितरण किया. उन्होंने कहा कि भू-विज्ञान स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है. विद्यार्थियों को उत्कृष्ट भू-वैज्ञानिक बनाने में हजारीबाग भूतात्विक प्रशिक्षण केंद्र सहयोगी बना है. उन्होंने कहा कि भूतात्विक प्रशिक्षण केंद्र में सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करायी गयी हैं. प्रशिक्षण कार्य पर प्रतिवर्ष लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं.
16 वर्ष में 203 विद्यार्थी को मिला प्रशिक्षण
हजारीबाग भूतात्विक प्रशिक्षण केंद्र 16 वर्ष से संचालित है. अब तक 203 विद्यार्थियों ने भू-विज्ञान का प्रशिक्षण लिया है. प्रशिक्षण प्राप्त कई विद्यार्थी देशभर के सरकारी और गैर-सरकारी भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्थानों में अपनी उत्कृष्ट सेवा दे रहे हैं.
प्रवेश परीक्षा से नामांकन
हजारीबाग भूतात्विक प्रशिक्षण केंद्र में विद्यार्थियों का नामांकन प्रवेश परीक्षा से लिया जा रहा है. राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है. प्रवेश परीक्षा में सफल विद्यार्थियों का चयन भू-विज्ञान में प्रशिक्षण के लिए किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है