: भक्तिभाव से की गयी मां कालरात्रि की पूजा
इचाक. महासप्तमी पर दुर्गा मंडपों में माता रानी के दरबार का पट्ट खुलते ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. शुक्रवार को बुढ़िया माता मंदिर, चंपेश्वरी मंदिर नावाडीह, पुराना काली मंडा इचाक, बंगाली दुर्गा मंडा, दुर्गानगर इचाक मोड़, सार्वजनिक दुर्गा महावीर स्थान मंगुरा, सार्वजनिक दुर्गा स्थान जलौंध, कवातु, लुंदरू, दरिया, पोखरिया, छावनी अखाड़ा समेत अन्य दुर्गा स्थानों में मां दुर्गा के सातवें स्वरूप की पूजा की गयी. मंगुरा में आचार्य श्रीनिवास पांडेय ने मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि के विराट रूप धारण करने की कथा का वाचन किया.बुढ़िया माता मंदिर में शृंगार
पूजा :
इचाक के बुढ़िया माता मंदिर में महासप्तमी पर मां दुर्गा का शृंगार पूजन हुआ. जिसमे अहले सुबह से ही कई गांव की महिलाओं ने माता को टीका लगा कर मन्नत मांगी. सिंदूर पूजा में दिनभर मंदिर प्रांगण में भीड़ जुटी रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है