हजारीबाग : एनटीपीसी की आउटसोर्सिंग माइनिंग कंपनी त्रिवेणी सैनिक प्राइवेट लिमिटेड के एजीएम एचआर गोपाल सिंह की हत्या के बाद एक तरफ एक पर्ची मिली है, जिसमें पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने हत्या की जिम्मेवारी ली है. हालांकि पुलिस का कहना है कि हजारीबाग में पीएलएफआइ की कोई गतिविधि नहीं है.
फिर भी पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. दूसरी ओर दिवंगत गोपाल सिंह की पत्नी सुषमा सिंह ने हत्या का आरोप एक महिला पर लगाया है. उन्होंने सदर थाना में इस बाबत प्राथमिकी दर्ज करायी है.
इधर पुलिस ने गोपाल सिंह की हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल जुलू पार्क स्थित घटनास्थल के पास से बरामद की है. पिस्तौल में पीएलएफआइ लिखा हुआ है. उल्लेखनीय है कि मृतक गोपाल सिंह के पॉकेट से एक लाख सात हजार रुपये नकद, दो मोबाइल फोन और आइकार्ड बरामद हुआ था. मृतक गोपाल सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार की सुबह परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर औरंगाबाद के नवीनगर ले गये. गोपाल सिंह के परिवार में उनकी पत्नी और दो पुत्र हैं.
महिला से बातचीत का काॅल डिटेल मिला है : एसडीपीओ
मामले की जांच कर रहे हजारीबाग के सदर एसडीपीओ कमल किशोर ने बताया कि गोपाल सिंह के मोबाइल फोन का सीडीआर निकलवाया गया है. इसमें आरोपी महिला और गोपाल सिंह के बीच हुई बातचीत का कॉल डिटेल निकला है. जबकि किसी उग्रवादी संगठन के सदस्य का कॉल डिटेल नहीं मिला है. एसपी कन्हैयालाल मयूर पटेल हत्या के कारणों की जांच कर रहे हैं.
कैसे हुई एजीएम की हत्या
सदर एसडीपीओ कमल किशोर की जांच रिपोर्ट के अनुसार, एजीएम गोपाल सिंह चार दिसंबर शाम 4:15 बजे बड़कागांव स्थित कंपनी से ड्यूटी कर हजारीबाग के मटवारी स्थित माधवन रेसीडेंसी (फ्लैट नंबर-4) स्थित अपने आवास पहुंचे. इसके बाद अपने अंगरक्षक और वाहन चालक को छुट्टी दे दी. वे शाम 6:15 बजे मटवारी स्थित अपने आवास से निकले. मटवारी चौक से टेंपो लेकर जुलू पार्क स्थित रमेश सिंह के किराये के मकान में गये. टेंपो चालक को घर के बाहर रहने को कहा.
लगभग 45 मिनट बाद वह घर से बाहर निकले और टेंपों में बैठ कर मटवारी लौटने लगे. इसी बीच जुलू पार्क में ही एक युवक टेंपो में बैठ गया. इसके बाद उस युवक ने श्री सिंह को गोली मार दी. घटना को अंजाम देने के बाद वह भाग गया. खून से लथपथ श्री सिंह को देख कर टेंपो चालक कोर्रा थाना पहुंच गया. वहां से उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
गोपाल सिंह की पत्नी ने दर्ज करायी प्राथमिकी
मृतक गोपाल सिंह की पत्नी सुषमा सिंह ने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. सुषमा सिंह ने पति के हत्या का आरोप कंपनी में पूर्व में कार्यरत फार्मासिस्ट रमेश सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह पर लगाया है. कहा है कि उसी ने षड्यंत्र रच कर मेरे पति की हत्या करायी है. पति जब घर से निकले थे, तो उनके मोबाइल पर फोन आया था. बताया जा रहा है कि गोपाल सिंह और रमेश सिंह में काफी मित्रता थी. अप्रैल 2019 में रमेश सिंह का स्थानांतरण तिरुपति हो गया है. जबकि उनका परिवार जुलू पार्क में किराये के मकान में रहता है.