हजारीबाग : कारा निदेशक, झारखंड शशिरंजन ने शुक्रवार को जेपी केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया. जेल में कारा निदेशक को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान उन्होंने कैदियों की संख्या समेत अन्य जानकारियां ली. कारा अधीक्षक हामिद अख्तर ने कहा कि केंद्रीय कारा में 2018 कैदी हैं. इसमें 200 उग्रवादी हैं. 1200 सजायाफ्ता एवं 800 अंडर ट्रायल हैं. सात कैदियों को अंडा सेल में रखा गया है. इसमें लातेहार के कुख्यात एमसीसी उग्रवादी अंशु यादव बंद है.
कक्षपाल की कमी: काराधीक्षक ने निदेशक को बताया कि जेपी कारा में 191 कक्षपाल के स्थान पर मात्र 97 कक्षपाल कार्यरत हैं. कारा निदेशक ने कहा कि कक्षपाल की नियुक्ति के लिए जेएसएस और जेपीएससी से रिक्त पद की बहाली निकाले. यह संस्थान आचार संहिता के दायरे में नहीं आता है.
अनुबंध पर चिकित्सकों की हो नियुक्ति: काराधीक्षक ने कहा कि सदर अस्पताल से केंद्रीय कारा में एक भी चिकित्सक नहीं आते हैं. इस पर कारा निदेशक ने निर्देश दिया कि एनआरएचएम से चिकित्सकों के मानदेय की जानकारी लेकर अनुबंध पर चिकित्सक की नियुक्ति करें. इसके अलावा निदेशक ने महिला बंदियों को जूट बैग और दर्री बनाने, पुरुष बंदियों को माली का प्रशिक्षण, ओपेन जेल में पशुपालन की व्यवस्था आदि का निर्देश दिया.