।। संजय सागर ।।
एसडीपीओ श्री सिंह ने बताया कि रविंद्र गुप्ता को गोली मारकर हत्या किए जाने को लेकर उसका चचेरा भाई प्रेम साव व दिलीप साव ही मास्टरमाइंड निकला. जिसमें हत्या को अंजाम देने में संलिप्त लोकन महतो, प्रेम साव और दिलीप साव सभी ग्राम सिकरी थाना बड़कागांव के है.
तीनों को पुलिस ने गत सोमवार की रात राजाबागी मधुवन होटल के पास से गिरफ्तार किया. जिन्हें मंगलवार को हजारीबाग केंद्रीय काऱा भेज दिया. जबकि घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी मनोज राणा अभी भी फरार है. गिरफ्तार सभी अपराधियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है. उन्होंने बताया कि रविन्द्र गुप्ता की पत्नी पर डायन होने का आरोप था और इसलिए बदले की भावना से प्रेरित होकर उसकी हत्या की गयी.
घटना को अंजाम देने के लिए दिलीप गुप्ता ने अपराधी लोकन महतो को 50,000 रुपये की सुपारी दी थी. जिसमें दिलीप गुप्ता ने 20,000 हजार रुपये एडवांस के तौर पर पहले दिया था. जिसके बाद लोकन महतो ने अपने साथी मनोज राणा से मिलकर घटना को अंजाम दिया.
इस मामले का उद्भेदन करने के लिए एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने बड़कागांव थाना प्रभारी मुकेश कुमार एवं केरेडारी थाना प्रभारी बमबम कुमार सिंह को श्रेय दिया. जबकि दोनों थाना के प्रभारियों ने कहा कि एसडीपीओ अनिल सिंह के दिशा निर्देश पर उन्होंने मिलकर इस घटना का उद्भेदन किया.
गिरफ्तार दिलीप साव ने खुलासा किया की मेरे भतीजा को मृतक रविन्द्र की पत्नी ने डायन होने के कारण आज से आठ महीने पूर्व जादू टोना कर दी थी. इस बात को लेकर रविंद्र के साथ विवाद भी हुआ था. विवाद के बाद से ही रविन्द्र की हत्या की योजना बनाई जा रही थी.