शहर में सफाई व्यवस्था चरमरायी
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बदबू से सांस लेना भी हुआ मुश्किल
शहर में सफाई व्यवस्था चरमरायी हजारीबाग : शहर में नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में जगह-जगह कूड़ा-करकट व कचरा का ढेर लगा हुआ है. शहर के सभी आवासीय व व्यावसायिक सड़कों के किनारे फैले कूड़े-करकट से उठ रही बदबू चारों तरफ फैल रही है. शहर के महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर गंदगी का ढेर जमा हुआ […]
हजारीबाग : शहर में नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में जगह-जगह कूड़ा-करकट व कचरा का ढेर लगा हुआ है. शहर के सभी आवासीय व व्यावसायिक सड़कों के किनारे फैले कूड़े-करकट से उठ रही बदबू चारों तरफ फैल रही है. शहर के महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर गंदगी का ढेर जमा हुआ है. रमजान माह में ईद बाजार में व्यवसायियों को परेशानी हो रही है. कूड़ा-करकट का जमा रहना. शहर के बड़े-बड़े प्रतिष्ठान के सामने गंदगी को सूअर इधर-उधर सड़कों पर बिखेर रहे है.
जामा मसजिद रोड समेत सभी मुस्लिम बहुल इलाकों में सड़कों पर चलना मुश्किल है. पिछले एक माह से शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. शहर में कूड़ा करकट नहीं उठाये जा रहे है. शहर के सभी स्कूलों के गेट के सामने भी ट्रैक्टर भर कचरा जमा है. जैक एंड जिल स्कूल के सामने, वार्ड नंबर 13 देना बैंक के सामने, सुभाष मार्ग दुकान के सामने, जामा मसजिद रोड बूचड़टोली चौक, खानसामा गली रोड चापानल के पास, सुंदरी राइन मार्केट के सामने, पैगोडा चौक, गोला चौक, काली मुहल्ला चौक वार्ड नंबर 11 समेत सभी प्रमुख स्थानों के सामने कचरा जमा है.
लोगों में बढ़ा आक्रोश: काजी मुहल्ला चौक निवासी विक्कू, सोनू शर्मा, शिवम, लखन प्रजापति समेत अधिकांश मुहल्लों के लोगों ने बताया कि नगर निगम हमलोगों से दोगुना टैक्स लेता है. लेकिन कूडा, करकट, नाली की सफाई व झाड़ू लगाने का काम नहीं हो रहा है. सभी वार्ड पार्षद जनता की परेशानी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
नगर निगम में सफाई के लिए 504 कर्मी कार्यरत: नगर निगम क्षेत्र में सफाई करने के लिए 504 सफाई कर्मी कार्यरत हैं, जिनमें 217 दैनिक सफाई कर्मी, 111 स्थायी सफाई कर्मी व एनजीओ के 176 कर्मी कार्यरत हैं. सफाई कार्य के लिए सभी वार्डों में सफाई कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. सुबह होते वार्ड पार्षद के दिशा निर्देश पर कार्य में जुट जाते है.
एनजीओ के कर्मी पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर: शहर में सफाई कार्य करनेवाले एनजीओ के कर्मी पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर है. इन कर्मियों द्वारा शहर में सफाई कार्य नहीं करने की सूचना नगर निगम को नहीं दी है. इससे शहर में सफाई कार्य बाधित है. नवनिर्माण एनजीओ 140 सफाई कर्मियों से नगर निगम क्षेत्र में सफाई करने की जिम्मेदारी ली है.
इनमें 70 सफाई कर्मियों से दिन में और 70 कर्मियों से रात में सफाई करानी थी. लेकिन कर्मियों को मानदेय नहीं मिलने से 17 अप्रैल 2019 से ये लोग सफाई करना बंद कर दिये है. एनजीओ द्वारा 36 टीपर वाहन चलाने के लिए चालक भी नियुक्त है. लेकिन चालक के नहीं आने से सभी टीपर वाहन निगम परिसर में खड़े है, जिससे शहर में घर-घर से कचरा उठाना लगभग पूरी तरह से बंद हो गया है.
सफाई के संसाधन के लिए 65 वाहन: नगर निगम में सफाई के संसाधन के लिए 65 वाहन हैं, जिनमें नौ वाहन मरम्मत के अभाव में बेकार पड़े है. 56 वाहन से कचरा उठाने का काम लिया जा रहा है. इनमें 36 टीपर वाहन, आठ ट्रैक्टर, तीन टेंपू , चार जेसीबी, हाइवा एक, डंपर प्लेसर दो, बाबकेट दो, पेलोडर एक, शौचालय सफाई वाहन एक, चलंत शौचालय दो, पानी ट्रैक्टर तीन, बिजली ट्रैक्टर एक, फौगी वाहन एक शामिल हैं.
कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा: नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी सुरेश यादव ने कहा कि ईद को देखते हुए शहर के सफाई कार्य के लिए पांच टीम बनायी गयी है, जो विभिन्न क्षेत्रों की सफाई का काम करेगी. उन्होंने कहा कि एनजीओ टीम काम नहीं कर रही है. इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
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