– मामला बड़कागांव के हरली राजा तालाब गहरीकरण का
संजय सागर, बड़कागांव
बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत हरली गांव के राजा तालाब का गहरीकरण कार्य में संवेदक द्वारा अनियमितता बरतने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है. आज आक्रोशित ग्रामीणों ने तालाब पहुंचकर पहले कार्य को रुकवाया तथा स्थानीय कॉन्ट्रैक्टर से वार्ता के बाद पुनः कार्य को चालू किया गया. वार्ता में ग्रामीणों ने कहा कि कार्य में पारदर्शिता लावे. प्राक्कलन की एक-एक प्रति मुखिया एवं पंचायत समिति को उपलब्ध करावे. कार्यस्थल पर सूचना पत्र लगावे सहित अन्य मांग की गयी.
ग्रामीणों का कहना है कि तालाब की गहराई 8 से 10 फीट तक किया जाना है जबकि संवेदक द्वारा मात्र 3 से 4 फीट ही किया जा रही है. इस संबंध में हरली पंचायत के मुखिया महेंद्र महतो ने पूर्व में ही हजारीबाग उपायुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की थी लेकिन किसी प्रकार की सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने आज कार्य को बंद कराया.
उपायुक्त को लिखे पत्र में मुखिया श्री महतो ने कहा है कि तालाब की गहराई कार्य लघु सिंचाई विभाग हजारीबाग के द्वारा कराया जा रहा है. उक्त तालाब खाता नंबर 186 एवं प्लॉट नंबर 858 पर रकबा 14 एकड़ 22 डिसमिल में फैला हुआ है. इस तालाब से एक नाली जिसका खाता नंबर 186 एवं प्लॉट नंबर 859 रकबा 72 डिसमिल पर निर्मित है. वर्तमान में तालाब की चौड़ाई पूरब से पश्चिम 500 फीट से 650 है. जबकि तालाब की लंबाई उत्तर से दक्षिण 900 फीट पर कायम है.
संवेदक द्वारा तालाब के तीन ओर 50 से 70 फीट छोड़कर कार्य किया जा रहा है. इस तीन ओर के रैयत छोड़े गये जमीन को भविष्य में अतिक्रमण कर काबीज कर लेंगे. ग्रामीणों के बीच तत्कालीन कनीय अभियंता द्वारा तलाब की गहराई 8 से 10 फीट किये जाने की बात कही गयी थी. परंतु संवेदक द्वारा मात्र 3 से 4 फीट ही मिट्टी उठाकर गहरीकरण किया जा रहा है. इससे तालाब का वर्तमान स्वरूप में काफी बदलाव किया जा रहा है.
कार्यस्थल पर मार्गदर्शिका बोर्ड भी नहीं लगायी गयी है. बोर्ड लगाने की बात कहे जाने पर संवेदक द्वारा कहा गया कि कोई बोर्ड लगाने का निर्देश एवं नियम नहीं है. मुखिया महेंद्र महतो ने आगे पत्र में कहा है कि किसी भी कार्य के लिए ग्राम सभा के माध्यम से निगरानी कमेटी भी बनाने का प्रावधान है. इस तालाब गहरीकरण के लिए कोई भी निगरानी कमेटी का भी गठन नहीं किया गया है.
श्री महतो ने उपायुक्त से अति शीघ्र सरकारी अमीन से मापी कराने एवं ग्राम सभा बुलाकर निगरानी कमेटी का गठन करने की मांग की है. इस संबंध में मुखिया श्री महतो ने पत्रकारों से कहा है कि संवेदक द्वारा गहरीकरण कार्य में अनियमितता बरतने पर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. क्योंकि इस तालाब से दर्जनों एकड़ भूमि पर सालों भर किसान अपने फसल का सिंचाई करते हैं. वर्षों ी मांग के बाद तालाब की गहराईकरण किया जा रहा है.
गहराईकरण कार्य शुरू होने पर किसानों में खुशी की लहर दौड़ गयी थी. लेकिन कार्य में अनियमितता बरतने के बाद किसानों एवं ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. चूंकि संवेदक द्वारा उक्त कार्य को स्थानीय लोगों को कॉन्ट्रैक्ट पर दे रखा है. संवेदक से बात करने पर किसी प्रकार की स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती है.