रांची : विरोधी दलों की एकता के तमाम दावे झारखंड निकाय चुनावों में तार-तार हो गये. पहली बार प्रदेश में दलीय आधार पर हुए निकाय चुनावों में विरोधी दल एकजुट नहीं रह पाये और इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिला. हजारीबाग नगर निगम में भाजपा का डिप्टी मेयर नहीं जीत पाता, यदि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) ने कांग्रेस का समर्थन किया होता.
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उप-महापौर चुने गये भाजपा के राजकुमार लाल ने कांग्रेस उम्मीदवार आनंद देव को 6508 वोटों से हराया, जबकिभाकपा के रजी अहमद को 10,764 और झाविमो के विशाल कुमार वाल्मीकि को 3256 मत मिले. रजी अहमद और विशाल कुमार वाल्मीकि दोनों के वोट को मिला दें, तो यह 14,020 हो जाता है, जो भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच के जीत के अंतर से दोगुना से अधिक है.
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बताया जा रहा है कि भाकपा और झाविमो ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी की है. नतीजा यह हुआ कि भाजपा प्रत्याशी आसानी से जीत गया. वोट में बिखराव न होता, तो कांग्रेस के आनंद देव भी जीत सकते थे. ज्ञात हो कि निर्दलीय उम्मीदवार मंजीत यादव को भी 5,031 मत मिले.