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भाजपा में वंशवाद नहीं, काबिलियत ही है पहचान, राहुल की नासमझ टिप्पणी

केंद्रीय राज्य विमानन मंत्री सह हजारीबाग भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि राहुल गांधी के वंशवाद पर तर्क अयोग्यता का परिचायक है. भाजपा में कोई वंशवाद नहीं है. अमित शाह के तीन दिन झारखंड में रहने से पार्टी और सरकार को काफी लाभ मिलेगा. वह प्रभात खबर से बातचीत कर रहे थे. प्रस्तुत […]

केंद्रीय राज्य विमानन मंत्री सह हजारीबाग भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि राहुल गांधी के वंशवाद पर तर्क अयोग्यता का परिचायक है. भाजपा में कोई वंशवाद नहीं है. अमित शाह के तीन दिन झारखंड में रहने से पार्टी और सरकार को काफी लाभ मिलेगा. वह प्रभात खबर से बातचीत कर रहे थे. प्रस्तुत है बातचीत के मुख्य अंश:
हजारीबाग

सवाल: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में कहा कि वंशवाद राजनीति, कारोबार जगत और बॉलीवुड व सभी क्षेत्रों में फैला है. आप सहमत हैं.

जवाब: राहुल गांधी ने नासमझ टिप्पणी की है. वंशवाद पर अन्य दलों और भाजपा में काफी अंतर है. भाजपा में वंशवाद नहीं है.भाजपा संगठन और संस्था है, जो नियमों के आधार पर चलती है. राहुल गांधी का तर्क गलत है. इसके तीन कारण हैं. पहला भाजपा में जो लोग आगे बढ़ते हैं, वे सिर्फ काबिलियत और उपलब्धि के आधार पर. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कई बार कहा है: आप यदि किसी वंश के सदस्य हैं, तो पद मिलेगा ही, इसकी कोई गारंटी नहीं है. जब तक आपमें काबिलियत नहीं है, आप आगे बढ़ नहीं सकते. कांग्रेस,आरजेडी, जेएमएम में ऐसी बात नहीं है. आप एक वंश के सदस्य हैं, तो पार्टी के बड़े नेता बनेंगे. पद मिलेगा यह बात भाजपा में नहीं है. दूसरा कारण है भाजपा में एक पीढ़ी को मौका मिलता है किसी पद में रहने का. पीयूष गोयल और जयंत सिन्हा मंत्रिमंडल में हैं, तो मेरे परिवार के और कोई सदस्य पद पर नहीं हैं. कांग्रेस में देखें तो राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी हैं. जेएमएम में शिबू और हेमंत सोरेन हैं. भाजपा में मुख्यमंत्री रमन सिंह, वसुंधरा राजे सिंघिया के परिवार के अन्य लोगों को कोई पद नहीं मिला है. तीसरा कारण है भाजपा में जो नियम कानून बने हुए हैं, वह सभी के लिए एक समान है. वंशवाद और विरासत के अंतर को समझना होगा.
सवाल: झारखंड में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का दौरा कितना महत्वपूर्ण मानते हैं.
जवाब: राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के झारखंड आने के तीन उद्देश्य हैं. चुनाव की घड़ी पास आ रही है. पार्टी को और भी दुरुस्त बने, पार्टी का विस्तार हो, कार्यकर्ता सक्रिय हों. पार्टी की विचारधारा को लेकर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण मिले. कार्यकर्ता पार्टी और देश की सेवा के लिए तैयार रहें. दूसरा उद्देश्य है केंद्र सरकार की योजनाएं जन-धन योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छता भारत अभियान समेत अन्य योजनाओं का राज्य में सफलतापूर्वक अमल में हो रहा है, इसकी भी जानकारी लेना है. तीसरा उद्देश्य राज्य में विकास का काम कैसा चल रहा है, केंद्र से कैसा सहयोग मिल रहा है. तीन दिन अमित शाह के राज्य में रहने से पार्टी और सरकार को काफी फायदा मिलेगा.
सवाल: केंद्र के महत्वपूर्ण मंत्रालयों का दायित्व निभाते हुए झारखंड व लोकसभा क्षेत्र में किन-किन विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाया.
जवाब: झारखंड और हजारीबाग मेरी जन्मभूमि व कर्मभूमि है. हजारीबाग और रामगढ़ में बहुत कार्य हुए हैं. मेडिकल कॉलेज, गौरया करमा में कृषि विवि की स्थापना, हजारीबाग में स्वच्छता अभियान के क्षेत्र में पीटीपीएस,अक्षय पात्रा योजना,अमरूद योजना, हजारीबाग हवाई अड्डा निर्माण जैसे कई बड़े काम हजारीबाग में हो रहे हैं. झारखंड स्तर पर भी काफी कार्य किया है. जब मैं वित्त मंत्रालय में था, तब जनधन योजना, आधार मोबाइल के अधिक से अधिक उपयोग पर काम हुआ. वहीं राज्य सरकार को भी सहयोग मिला. विधवा, वृद्धा पेंशन ऑनलाइन किया गया. कैशलेस सोसाइटी बनाने के क्षेत्र में झारखंड नेतृत्व के रूप में उभरा.
सवाल: विमानन मंत्रालय से झारखंड के लिए क्या-क्या कार्य हो रहे हैं.
जवाब: विमानन मंत्रालय से रांची एयरपोर्ट की सुविधाएं बढ़ायी गयी. पिछले तीन साल पहले आठ फ्लाइट रांची आया करती थी. अक्तूबर 2017 से रांची के लिए 24 फ्लाइट का आगमन होने लगा. पांच लाख से 15 लाख यात्री इस एयरपोर्ट पर बढ़े हैं. हजारीबाग हवाई अड्डा बनाने में लगे हुए हैं. साथ ही दुमका, डालटेनगंज, देवघर, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो में एयरपोर्ट का निर्माण होगा. 25 सितंबर से जमशेदपुर से कोलकाता के लिए हवाई यात्रा शुरू हो जायेगी.
सवाल: चुनाव के समय केंद्र से कई नयी योजनाओं को शुरू करने की घोषणा पर कितना अमल हुआ.
जवाब: हजारीबाग के लिए गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुअात यहीं से हुई थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम सिंचाई योजना की घोषणा भी हजारीबाग से की. मंत्री नितिन गडकरी जल्द ही इस योजना का लाभ किसानों को देने जा रहे हैं. डिस्ट्रिक मिनरल फंड के संबंध में जो सुझाव मंत्री पीयूष गोयल को दिया था. उस दिशा में समीक्षा के बाद अमल हुआ है. डीएमएफ से कोयलांचल क्षेत्र की समस्याओं पर विशेष कर पेयजल, स्वच्छता, प्रदूषण, बुनियादी सुविधाओं के लिए राशि खर्च हो रहे हैं. केंद्र से राज्य सरकार को 31 प्रतिशत से बढ़ा कर 42 प्रतिशत शेयरिंग राशि दी जा रही है. 14वें वित्त आयोग से पंचायतों को संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं.
सवाल: विपक्षी दल मिशन 2019 से बढ़ कर 2022 की बात कर भाजपा सरकार असफलता छिपाना बता रहे हैं.
जवाब: 2019 के चुनाव के लिए अब भाजपा फिक्रमंद नहीं है कि चुनाव में जनता का आशीर्वाद मिलेगा या नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और काम को देखते हुए चुनाव की चिंता से हमलोग दूर हो गये हैं. पांच साल जनता के विकास के लिए बड़े-बड़े काम को धरातल पर उतारने के लिए 2022 को लक्ष्य रखा गया है.
सवाल: 2019 में महागठबंधन से भाजपा को चुनौती मानते हैं.
जवाब: बिहार में सुशासन और कुशासन के गठबंधन का जो हर्ष हुआ है, वही हकीकत है. महागठबंधन की खिचड़ी कभी गलनेवाली नहीं है. सिर्फ सत्ता के लिए गठबंधन को जनता पसंद नहीं करती है.
सवाल: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कार्यकर्ताओं को गुटबाजी और कार्य संस्कृति पर अागाह किया था. पार्टी में गुटबाजी से नुकसान होगा. इस पर क्या कहना है.
जवाब: भाजपा में संगठन सर्वोपरि है. सभी लोग पार्टी के कार्यकर्ता हैं. पार्टी का जो निर्देश हो, उस पर कार्य करें.

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