गुमला. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया है. सात अगस्त 2025 को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर्नाटक की एक विधानसभा सीट के उदाहरण से बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का खुलासा किया. इसके बाद कांग्रेस द्वारा लगातार इस मुद्दे को लेकर आंदोलन को तेज किया गया है. उक्त बातें कांग्रेस के गुमला जिलाध्यक्ष चैतू उरांव ने कही. कहा कि इस मुद्दे को लेकर शहर में कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया. स्थानीय पटेल चौक से कांग्रेस कार्यकर्ता अपने हाथों में कैंडल, तख्तियां व पार्टी का झंडा पकड़ कर नारेबाजी करते हुए शहीद चौक पहुंचे. जिलाध्यक्ष चैतू उरांव ने कहा कि 15 अगस्त को हम सभी देशवासी अंग्रेजों से मिली आजादी का जश्न मनायें, परंतु आज फिर से हमें एक आजादी की जरूरत है और यह आजादी वोट चोरों को गद्दी से दूर कर ही मिलेगी. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की नाक के नीचे चुनावी धांधली हो रही है. बीते आठ अगस्त को मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में बेंगलुरु में बड़ी विरोध रैली हुई. कांग्रेस ने इसमें चुनाव आयोग और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया. कहा कि इससे निष्पक्ष चुनाव खतरे में है. इंडिया गठबंधन की पार्टियां संसद के अंदर और बाहर इस मुद्दे को लगातार उठा रही है. 11 अगस्त को इंडिया गठबंधन के सांसद चुनाव आयोग से जवाब मांगने पहुंचे. पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. यह लोकतांत्रिक विरोध को दबाने की कोशिश है. 12 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष की अध्यक्षता और राहुल गांधी की मौजूदगी में एआइसीसी महासचिवों और इंचार्जों की बैठक हुई. इसमें तीन चरणों में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने का फैसला लिया गया. इसके तहत पहला चरण ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ नारे के साथ जिला मुख्यालयों पर कैंडल लाइट मार्च निकाला गया. मौके पर तरुण गोप, फिरोज आलम, इकरामुल हक, आरिफ हुसैन अख्तर, आफताब आलम लाडले, मो मिन्हाज, खालिद शाह, गुलाम सरवर, मुख्तार आलम, साहेब वसीम, इबरार अंसारी, तबरेज आलम, क्रिस्टीना टोप्पो, ललिता देवी, क्रिस्टीना तिर्की, आएशा खातून, अशरफ अंसारी, फहीम वसीम आदि उपस्थित थे.
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