कामडारा. मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित दर से कम मजदूरी दिये जाने के मामला प्रकाश में आया है. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर प्रखंड के रामतोल्या पंचायत के गढ़ाटोली व जोकिया नाला चेकडैम निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की मजदूरी राशि कटौती मामले की जांच के लिए श्रम अधीक्षक गुमला पुनीत मिंज शनिवार को गांव पहुंचे. गढ़ाटोली गांव में चेकडैम मजदूरों से मजदूरी भुगतान के संबंध में पूछताछ करने पर मजदूरों ने बताया कि गढ़ाटोली व जोकिया नाला चेकडैम में काम करने वाले सभी महिला-पुरुष मजदूर को मजदूरी भुगतान प्रतिदिन 300 रुपये व मिस्त्री को प्रतिदिन 500 रुपये की दर से मजदूरी भुगतान किया गया है. इसके अलावा कार्य में लगे कई ट्रैक्टर वालों की मजदूरी भी बकाया रहने की बातें आयी है. चेकडैम निर्माण स्थल के समीप कुछ निजी पेड़ काटे गये हैं. वैसे रैयतों को भी अब तक मुआवजा राशि संवेदक ने नहीं दी है. मजदूरी भुगतान में राशि कटौती किये जाने को लेकर पूर्व में गांव में ग्रामीण मजदूरों की बैठक आयोजित कर प्रखंड के जिप सदस्य दीपक कंडुलना ने उपायुक्त को आवेदन दिया था. कम मजदूरी का मजदूरों ने विरोध जताया था. चेकडैम निर्माण का कार्य खूंटी के देवा कंस्ट्रक्शन ने किया है. जिसकी लागत करीब 92 लाख रुपये की लागत है. श्रम अधीक्षक ने कहा है कि पूरे मामले की जांच रिपोर्ट श्रम अधीक्षक उपायुक्त को अग्रेतर ेकार्रवाई के लिए सौंपेंगे.
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