प्रतिनिधि, गुमला
गुमला के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डीएलएसए अध्यक्ष ध्रुव चंद्र मिश्र के निर्देश पर विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस मनाया गया. डीएलएसए गुमला द्वारा ओल्ड एज होम गुमला में बुजुर्गों के बीच कार्यक्रम हुआ. जिसमें मेडिकल कैंप लगाया गया. जिसमें बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच कर दवा का वितरण किया गया. डालसा ने बुजुर्गों के बीच मिठाई, ओआरएस, बिस्कुट बांटा गया. पीडीजे ने कहा कि विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस एक वैश्विक स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है. आज के परिवेश में बच्चे बड़े होने पर माता-पिता से दूरी बनाने लगते हैं, जिससे परिवार में बिखराव आता है. बुजुर्ग माता-पिता का छांव परिवार में बहुत ही महत्वपूर्ण है. भारतीय दादा-दादी छोटे बच्चों को भावनात्मक सुरक्षा प्रदान करते हैं. जिसे माता-पिता अपने कैरियर व व्यक्तिगत लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं, जिससे परिवार का विकास होता है. वृद्ध व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय नीति व वरिष्ठ नागरिकों के लिए भरण पोषण और कल्याण अधिनियम की शुरुआत से वृद्धों को आर्थिक व भावनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित होती है. हमारे सर्वोच्च न्यायालय ने भी बुजुर्गों की हितों की रक्षा करने के पक्ष में प्रावधान बनाया है. एडीजे द्वितीय मनोज शर्मा ने कहा कि ओल्ड एज होम में बुजुर्ग लोगों के लिए सरकार ने सारी व्यवस्था अच्छे ढंग से किया है. इसमें बुजुर्ग आराम से रहें. डीएलएसए सचिव राम कुमार लाल गुप्ता ने कहा कि जिला जज के निर्देश पर मैं हमेशा वृद्ध आश्रम आते रहता हूं. सभा को रजिस्ट्रार प्रतीक राज, एलएडीसी के प्रमुख डीएन ओहदार, बुंदेश्वर गोप ने भी संबोधित किया. सभा का संचालन स्थायी लोक अदालत के सदस्य शंभु सिंह ने किया. मौके पर प्रकाश पांडे, तेतरु उरांव, जितेंद्र सिंह, इंदु पांडे, रिजोइस एरिक, वार्डन ज्योति प्रमिला केरकेट्टा मौजूद थे.
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