गुमला. झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद ठाकुर के आह्वान पर गुमला जिले के सभी स्नातकोतर प्रशिक्षित शिक्षकों ने झारखंड सरकार के कैबिनेट द्वारा लिए गये निर्णय के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया. बीते आठ अप्रैल को कैबिनेट की बैठक में पीजीटी व टीजीटी के पद की जगह पर माध्यमिक आचार्य पद सृजन किया गया है. इसमें शिक्षकों को एक ओर अतिरिक्त वर्ग कक्ष में अध्यापन की जिम्मेवारी दी गयी है. दूसरी ओर ग्रेड पे 4800 से घटा कर 4200 कर दिया गया है. इस तरह से ऐसे माध्यमिक आचार्य शिक्षक नियुक्त होने वाले शिक्षक को लगभग 20 हजार रुपये प्रतिमाह कम वेतन मिलेगा. फिलहाल पीजीटी व टीजीटी शिक्षक को केंद्रीय वेतनमान के समान वेतन मिलता है. सरकार के इस निर्णय से शिक्षकों व शिक्षाविदों में रोष है. कम वेतन मिलने से प्रतिभाशाली व्यक्ति का रुझान शिक्षक पद की ओर नहीं रहेगा. इसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा, जिसका खामियाजा समस्त राज्यवासियों को भुगतना पड़ेगा. अतः झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ ऐसी गलत नीति का विरोध करती है. सरकार को राज्य हित में ऐसे गलत निर्णय को वापस लेना पड़ेगा, अन्यथा राज्य की सभी कोटि के शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ शुरू
भरनो. भरनो प्रखंड के तेतरटोली बूढ़ीपाठ गांव में सात दिनी संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा साप्ताहिक ज्ञान महायज्ञ शुरू हुआ. श्रीमद्भागवत भागवत कथा का शुभारंभ मंगलवार को कलश यात्रा के साथ किया गया. कलश यात्रा के दौरान 51 महिलाओं व कन्याओं ने बूढ़ीपाठ नदी से विधिवत कलश में जल भर कर नगर भ्रमण करते हुए कथा स्थल पहुंची, जहां काशी विश्वनाथ के कमल दास जी महाराज, आचार्य रामनारायण जी महाराज, आचार्य शिवम दास जी के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का पाठ कराया गया. मौके पर नारायण दास, नारायण दास गोस्वामी, परितोष शाही, हरिशंकर शाही, चुन्नी लाल गोप, राजेश केशरी, बबलू शाही, पीके सिंह, वीरेंद्र सिंह, बालेश्वर गोप आदि धर्मावलंबी मौजूद थे.
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