गुमला. आगामी बोर्ड परीक्षाओं में गुमला के विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन में गुणात्मक सुधार व शत-प्रतिशत उत्तीर्णता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से डायट गुमला में जिले के सभी माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक सरकारी तथा अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के लिए कार्यशाला हुई. इसका शुभारंभ डीडीसी दिलेश्वर महतो, डीएसइ नूर आलम खां व डायट प्राचार्य प्रियाश्री भगत ने संयुक्त रूप से किया. डीडीसी ने कहा कि जिला प्रशासन बोर्ड परीक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में ले रहा है. इसके लिए सभी स्तरों पर सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि शेष बचे एक माह का समय अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसका अधिकतम उपयोग कर ही बेहतर परिणाम प्राप्त किया जा सकता है. डीएसइ नूर आलम खां ने शिक्षकों से संवाद करते हुए विद्यालयों की वास्तविक शैक्षणिक, प्रशासनिक व संसाधन संबंधी समस्याओं की जानकारी लेते हुए उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया. झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से दिलदार सिंह द्वारा शत-प्रतिशत उत्तीर्णता सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय रणनीति, विद्यालयवार लक्ष्य निर्धारण एवं सतत मॉनिटरिंग की कार्य योजना साझा की. अंग्रेजी विषय के लिए सोनाली त्रिपाठी, विज्ञान विषय के लिए सुमित कुमार नंद, गणित विषय के लिए नवीन कुमार सिंह समेत इंटर के तीनों संकाय के लिए डॉ कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में एक्सपर्ट कोर कमेटी शिक्षक सदस्यों द्वारा पैनल डिस्कसन करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन की रणनीति तय की.
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