गुमला. गुमला जिले में महिला सशक्तीकरण और स्थानीय उद्यमिता को नयी उड़ान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में ‘उज्जना बिज्जना योजना’ के अंतर्गत एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया. बैठक का उद्देश्य जिले में संचालित महिला समूहों व नवगठित एफपीओ द्वारा चलाये जा रहे उत्पादों व आजीविका परियोजनाओं की समीक्षा कर उन्हें लाभप्रद व सशक्त बनाने की दिशा में ठोस रणनीति बनानी थी. उपायुक्त ने कहा है कि जिला प्रशासन महिला उद्यमियों व ग्रामीण उत्पादकों को एक सशक्त कारोबारी पहचान दिलाने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा. जोहार रागी, कस्तूरी और सुपरनोवा जैसे ब्रांड न केवल जिले की पहचान बनती जा रही हैं. बल्कि ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बदलाव की नयी इबारत भी लिख रहे हैं. इन उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने के लिए सुनियोजित प्रयास किए जा रहे हैं. बैठक के दौरान सुपरनोवा उत्पाद की लागत एवं इसे खुली बाजार में लाभप्रद तरीके से बेचने की योजना पर चर्चा की गयी. उपायुक्त की पहल से जोहार रागी के विभिन्न उत्पाद अब Amazon, Blinkit व अपना मार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं, जिससे इनकी पहुंच देशभर के उपभोक्ताओं तक सुनिश्चित हो रही है. उपायुक्त ने ई-कॉमर्स बिजनेस को और अधिक प्रभावी तरीके से विकसित करने पर विशेष बल देते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि इस तरह अन्य महिला उद्यमियों और एफपीओ संचालित उत्पादों को भी डिजिटल बाजार से जोड़ते हुए विस्तृत रूप देना आवश्यक है. बैठक में पोल्ट्री फीड मिल को सौर ऊर्जा से संचालित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाये जाने पर भी चर्चा हुई. बिशुनपुर में चल रही मत्स्य पालन परियोजना और दीदी कैफे प्रशिक्षण जैसी आजीविका गतिविधियों को और प्रभावी एवं व्यावसायिक बनाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया.
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