गुमला. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सोमवार को बिशुनपुर प्रखंड की नरमा पंचायत स्थित गम्हारपाठ गांव का दौरा किया. गम्हारपाठ में लगभग 35 परिवार निवास करते हैं. इस सुदूरवर्ती गांव तक पहुंचने के लिए उपायुक्त ने करीब 1.5 किमी की दूरी पैदल तय की. गांव पहुंचने के बाद उपायुक्त ने ग्रामीणों के साथ जनसभा कर उनकी समस्याएं सुनीं. इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क, बिजली, पेयजल, विद्यालय की जर्जर स्थिति, आंगनबाड़ी केंद्र की मरम्मत, सिंचाई की सुविधा, तालाब निर्माण, सोलर जलमीनार समेत नहर निर्माण की मांग की. उपायुक्त ने इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. उन्होंने आरइओ विभाग को गांव तक सड़क निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया व मनरेगा के माध्यम से टीसीबी, मेढ़बंदी आदि कार्यों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे मनरेगा, मातृ वंदना योजना, मंईयां सम्मान योजना, छात्रवृत्ति योजना आदि के प्रति जागरूक किया. उपायुक्त ने स्वयं सहायता समूह और महिला मंडलों से जुड़ीं महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने, प्रशिक्षण प्राप्त करने और नये कार्यों में भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया. गांव में उपस्थित पांच बृजिया परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए विशेष चर्चा की. इसके अलावा ग्रामीणों ने चबूतरा निर्माण, वन पट्टा, राशन कार्ड में नाम जोड़ने व संशोधन, आधार कार्ड अद्यतन आदि से जुड़ी समस्याएं भी रखीं, जिनके शीघ्र निवारण का आश्वासन उपायुक्त ने दिया. उपायुक्त ने गांव के विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण कर उनकी जर्जर स्थिति को देखते हुए त्वरित मरम्मत कराने का निर्देश दिया. उन्होंने गर्भवती महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच कराने व मातृ वंदना योजना से लाभान्वित होने की अपील की.
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