गुमला. कैंसर पीड़ित संवेदक साकेत कुमार गुप्ता जीवन व मौत से जूझ रहा है. उसे मुख कैंसर हो गया है और मुंबई से इलाज चल रहा है. परंतु अभी वह संकट में है. क्योंकि इलाज के लिए उसके पास पैसा खत्म हो गया है. उन्होंने गुमला प्रशासन से आकांक्षी जिला गुमला में किये गये विकास कार्यों का बकाया पैसा मांगा है. ताकि वह अपना इलाज करा सके. परंतु गुमला प्रशासन संवेदक का बकाया 43 लाख रुपये नहीं दे रहा है, जिससे साकेत कुमार गुप्ता की जिंदगी संकट में आ गयी है. इतना ही नहीं परिवार की जीविका व बच्चों की शिक्षा पर भी असर पड़ गया है. उन्होंने गुमला प्रशासन से बकाया 43 लाख, 28 हजार, 103 रुपये की मांग की है. साकेत गुप्ता का विभाग के पास अतिरिक्त जमानत राशि भी जमा है. जमानत के तौर पर जमा राशि की भी मांग की है, जिससे वह अपना इलाज करा सके. बता दें कि फर्म कश्यप इंटरप्राइजेज रांची के साकेत कुमार गुप्ता ने गुमला में करोड़ों रुपये का काम किया है, जिसमें उसे दो किस्त में पैसा का भी भुगतान हुआ है. परंतु 43 लाख रुपये जो बकाया है, उसे प्रशासन लंबे समय से लटका कर रखा है.
सचिव की बात नहीं सुन रहे डीसी
साकेत कुमार गुप्ता ने अपनी बीमारी व लाचारी से सरकार के सचिव मुकेश कुमार को अवगत कराते हुए गुमला प्रशासन के पास बकाया राशि भुगतान कराने की मांग की है. इस पर सचिव ने 19 अगस्त को ही गुमला डीसी व डीपीओ को पत्र लिख कर भुगतान करने का आदेश दिया है. परंतु गुमला प्रशासन झारखंड सरकार के सचिव की आदेश का पालन नहीं कर रहा है. जबकि सचिव ने 10 दिन के अंदर भुगतान का आदेश दिया है.
कश्यप इंटरप्राइजेज रांची के फाइल व काम में कुछ गड़बड़ी है. पूर्व के उपायुक्त ने फाइल में कुछ मंतव्य लिखा है, जिस पर काम हो रहा है. हालांकि साकेत कुमार गुप्ता की बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है. पूरी जांच पड़ताल व फाइल को दुरुस्त करने के बाद 15 दिन के अंदर बकाया राशि का भुगतान हो जायेगा.रमण कुमार, डीपीओ, गुमला जिला
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