गुमला. नयी दिल्ली में भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री जयंत चौधरी तथा रांची सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विज्ञान कुमार सिंह के बीच एक बैठक हुई. बैठक में भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम उपस्थित थे. निदेशक विज्ञान सिंह ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य देश के ग्रामीण व जनजातीय क्षेत्रों में कौशल विकास की पहुंच को मजबूत करना है. औद्योगिक प्रशिक्षण क्षेत्र में निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करना और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण देना है. रांची सिक्योरिटी प्रालि द्वारा झारखंड, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में स्थापित प्रशिक्षण केंद्रों की प्रगति और उनके प्रभाव की जानकारी दी गयी. कंपनी द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में किये गये प्रयासों की सराहना की गयी. विज्ञान सिंह ने बताया गया कि रांची सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड केवल प्रशिक्षण नहीं, बल्कि प्रशिक्षण के बाद युवाओं को रोजगार सुनिश्चित करने पर विशेष बल देती है. इसके परिणाम स्वरूप सैकड़ों युवक-युवतियों को विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी प्राप्त हुई है. उन्होंने उल्लेख किया कि चूंकि यह केंद्र मुख्यतः जनजातीय क्षेत्रों में स्थित हैं. इसलिए छात्रों को नौकरी दिलवाने, उन्हें कार्यस्थल तक भेजने और वहां स्थायी रूप से टिकाए रखने में जो जमीनी कठिनाइयां व सामाजिक, भौगोलिक चुनौतियां आती हैं. बैठक में विस्तृत चर्चा हुई. इन चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया गया. विज्ञान कुमार सिंह ने राज्य मंत्री जयंत चौधरी को गुमला जिला (झारखंड) के श्रीधर ज्ञान संस्थान मरदा स्थित कौशल विकास केंद्र के दौरे का निमंत्रण दिया. मंत्री ने इस निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए कहा कि वे निकट भविष्य में केंद्र का निरीक्षण करेंगे और वहां प्रशिक्षित हो रहे युवाओं से संवाद करेंगे.
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